गेट जाम कर रही छात्राओं को शिक्षक ने जड़ा चांटा
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में आए दिन नामांकन को लेकर चल रहे हंगामे के बीच बुधवार को हुई घटना अभूतपूर्व रही। शाम तक प्राचार्य कक्ष से लेकर कॉलेज गेट तक हंगामा होता रहा। नामांकन की लिस्ट जारी नहीं होने पर छात्राओं का आक्रोश फूट पड़ा। प्राचार्य कक्ष के बाहर नारेबाजी करते हुए छात्राओं ने चप्पलें फेंकनी शुरू कर दी। जानकारी मिलते ही छात्रनेताओं की जुटान शुरू हो गई। बिष्टुपुर थाने से पुलिस भी पहुंच गई। छात्र नेता शिबू सिंह, पवन सिंह आदि के साथ कुछ छात्राएं प्राचार्य से मिलने पहुंची। इसी बीच एक और हंगामा खड़ा हो गया जब कॉलेज गेट पर जमावड़ा लगाए खड़ी छात्राओं को कॉलेज में उड़िया विषय के शिक्षक मनोज महापात्रा ने चांटा जड़ दिया। आक्रोशित छात्राएं कॉलेज गेट बंद कर खड़ी हो गई। हंगामा बढ़ता देख शिक्षक मनोज महापात्रा ने छात्राओं से हाथ जोड़कर माफी मांगी और धीरे से खिसक गए।
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कल जारी होगी नामांकन सूची
प्राचार्य कक्ष में हल्ला-हंगामा के बीच प्राचार्य व शिक्षिकाओं ने छात्रनेताओं व छात्राओं को बताया कि नामांकन के लिए जमा फार्म की स्क्रूटनी की जा रही है। गुरुवार को मेरिट के हिसाब से लिस्ट जारी करने की कोशिश की जाएगी। गुरुवार तक नहीं हो सका तो एक अगस्त शुक्रवार की सुबह लिस्ट जारी कर दी जाएगी। इसके बाद छात्राएं वापस लौटने लगीं।
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'नामांकन के लिए फार्म की स्क्रूटनी की जा रही है। उन्हीं छात्राओं को इसमें शामिल किया जाएगा जिनके फार्म पहले जमा हो चुके हैं। अब नए आवेदन पर किसी तरह का कोई विचार नहीं किया जाएगा। हमने तो पहले ही छात्राओं से कह दिया था कि लिस्ट गुरुवार की शाम या शुक्रवार को जारी होगी। छात्राएं लिस्ट को लेकर बुधवार को क्यों हंगामा करने लगीं ये नहीं समझ में आ रहा।'
- डॉ. सुमिता मुखर्जी, प्राचार्य वीमेंस कॉलेज
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'हम पिछले कई दिनों से एडमिशन को लेकर परेशान हैं। लिस्ट नहीं निकला तो हम गेट पर उसका विरोध कर रहे थे तभी टीचर ने हमारे उपर हाथ उठाया।'
- पूजा कुमारी, छात्रा
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'अभी तक घटना के बारे में मुझे नहीं बताया गया है। एडमिशन में गड़बड़ियों की जांच कराई जा रही है। वीमेंस कॉलेज में भी कॉमर्स में एडमिशन की जांच होगी। एडमिशन को लेकर इस तरह की घटनाएं ठीक नहीं।'
- डॉ आरपीपी सिंह, कुलपति कोल्हान विश्वविद्यालय
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'शुरू से ही गड़बड़ी की गई। अब ऐसी स्थिति आ गई है कि संभालना मुश्किल हो रहा है। छात्राएं अपनी पढ़ाई के लिए जूझ रही हैं। कॉलेज प्रशासन को छात्राओं की फिक्र नहीं है।'
- हरेराम टुडू, छात्रनेता, एनएसयूआइ
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'अपनी मांग को लेकर विरोध कर रही छात्राओं के साथ शिक्षक द्वारा की गई धक्कामुक्की दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारी मांग है कि जबतक उक्त शिक्षक सार्वजनिक रूप से छात्राओं से माफी नहीं मांगेंते, उन्हें कॉलेज में नहीं घुसने दिया जाएगा।'
- पवन सिंह, छात्रनेता, जेसीएम