ओआरएस से बच सकती है आपकी जिंदगी
संवाद सहयोगी, जमशेदपुर : ओआरएस एक जीवन रक्षक घोल है। साधारण उल्टी, दस्त या डायरिया होने पर यह जीवन बचाने का काम करता है। उक्त बातें बुधवार को इंडियन एसोसिएशन ऑफ पेडियाट्रिक्स (आइएपी) के प्रदेश सचिव डॉ. केके चौधरी ने कहीं। उन्होंने बताया कि आइएपी द्वारा 25 से 31 जुलाई तक राज्य के अलग-अलग ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर ओआरएस सप्ताह मनाया गया। इसका समापन बुधवार को शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. केके चौधरी ने अपने हाथों से सोनारी में बच्चों को ओआरएस का घोल पिला कर किया। साथ ही उनके परिजनों को इसके प्रति जागरूक भी किया। डॉ. केके चौधरी ने बताया कि डायरिया चाइल्ड मोर्टेलिटी के सबसे बड़े कारणों में से एक है। यूनिसेफ के आंकड़ों के मुताबिक पांच वर्ष से कम उम्र में दुनियाभर में होने वाली मौतों में 9 फीसद की वजह डायरिया ही है। ज्यादातर मामलों में इसकी वजह डिहाइड्रेशन होता है। इससे बचने का सबसे आसान उपाय है ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्ट (ओआरएस)। डॉ केके चौधरी ने बताया कि ओआरएस बेहद कम कीमत पर हर जगह उपलब्ध है। सरकारी अस्पतालों में इसका निश्शुल्क वितरण किया जाता है। इसके अलावा इसे घर पर भी तैयार किया जा सकता है। आइएपी ने संकल्प लिया कि ओआरएस सप्ताह का समापन होने के बावजूद भी ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर समय-समय पर लोगों को जागरूक किया जायेगा। कार्यक्रम को सफल बनाने में वालेस फार्मास्यूटिकल कंपनी के विश्वजीत देव, आईएपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मोहन कुमार, डॉ. जॉय भादुड़ी, डॉ. मिथलेश कुमार, डॉ. राजीव शरण शामिल रहे।