ईद पर कोल्हान में खपेगी 80 मीट्रिक टन सेवईं
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : ईद पर तकरीबन 80 मीट्रिक टन सेंवई और लच्छे शहर और आसपास के इलाकों में खप जाते हैं। इसमें 40 मीट्रिक टन सेवई का उत्पादन शहर में ही होता है जबकि बाकी सेवई इलाहाबाद, कोलकाता और वाराणसी से आती है। शहर में चार जगहों पर सेवइयों का उत्पादन होता है तो सात बड़े कारोबारी इसे बाहर से मंगा कर छोटे दुकानदारों को इसकी आपूर्ति करते हैं।
राउरकेला को भी जमशेदपुर से ही लच्छे और सेवइयों की आपूर्ति होती है। इसके अलावा चाईबासा, सरायकेला आदि बाजारों को भी यहीं से माल बेचा जाता है। बाजार में इलाहाबाद और कोलकाता के लच्छे और सेवइयां खूब बिक रही हैं। उच्च और उच्च मध्य वर्ग देशी घी के लच्छे और सेवइयों का शौकीन है। जमशेदपुर में सेवइयों का बाजार सज गया है। साकची, धतकीडीह, गोलमुरी, जुगसलाई और मानगो में सेवइयों की दुकानें गुलजार हैं। मानगो में दो नंबर रोड पर पूरा ईद का बाजार सज कर तैयार है। रविवार को यह बाजार देर रात तक गुलजार रहा और खूब खरीदारी हुई। यहां सादी सेवइयों की कीमत 90 रुपये प्रति किलो है।
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जमशेदपुर में सेवइयों की जगह लच्छों का ज्यादा रिवाज है। लच्छों को पकाने की जरूरत नहीं पड़ती। यह एक तरह से रेडीमेड डिश है। इसे बस दूध में कुछ देर भिगो देने के बाद ही इसे मेहमानों के सामने परोसा जा सकता है। शहर में लच्छे खूब बिक रहे हैं। कोलकाता के लच्छों की कीमत 100 रुपये प्रति किलो से 150 रुपये प्रति किलो तक है। हल्दी राम के आधा किलो के लच्छा पैकेट की कीमत 120 रुपये है। मुंबई का आधा किलो का लच्छे का पैकेट 100 रुपये का है।
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बेहतर बनाएं सेवइयों का जायका
ईद की बात हो और सेवइयों का जिक्र नहीं हो ऐसा हो ही नहीं सकता। रमजान के बाद आने वाली ईद सेवइयों की ही वजह से मीठी ईद कहलाती है। ईद पर हर घर का बावर्चीखाना सेवइयों की खूशबू से सरशार होता है। सेवइयां भी किस्म-किस्म की बनाई जाती हैं। पेश है कुछ नई किस्म की सेवइयां..
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यूं बनाएं ईरानी सेवई
क्या-क्या लें : सेंवई एक किलो, दूध तीन किलो, खोया एक किलो, काजू डेढ़ सौ ग्राम, बादाम डेढ़ सौ ग्राम, नारियल एक, किशमिश सौ ग्राम, पिस्ता सौ ग्राम, छुहारा ढ़ाई सौ ग्राम, तालमखाना सौ ग्राम, चिरौंजी 50 ग्राम, देशी घी ढ़ाई सौ ग्राम, छोटी इलायची चार, चीनी एक किलो, गुलाबजामुन एक किलो।
पकाने की विधि : भगोना में घी को इलायची के साथ गरम कर लें, फिर इसमें सेवई डाल कर हल्का भूरा होने तक भून लें। दूसरे भगोने में थोड़ा सा घी डाल कर उसमें इलायची डालें। अब तीन किलो दूध डालें और उबाल लें। फिर डेढ़ किलो चीनी इसमें मिलाएं। इसे हल्की आंच पर दो तार का शीरा तैयार होने तक पकाएं। एक और भगोने को आंच पर चढ़ाएं और घी में इलायची डाल कर सभी ड्राइ फ्रूट्स को हल्की आंच पर भून लें। अब इसमें खोया मिलाकर तेज आंच पर भूनें। अब भुनी हुई सेंवई को शीरे में डाल कर अच्छी तरह मिलाएं। अब इसमें खोया और ड्राई फ्रूट्स डाल दें। गुलाब जामुन भी डाल दें। इसे अच्छी तरह मिला कर हल्की आंच पर 15 मिनट तक पकाएं। अब आपकी किमामी सेंवई तैयार है।
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कराची की केमामी सेवई
क्या लें-----500 ग्राम भुनी सेवई लेकर इसे बारीक कर लें, 25 ग्राम कैस्टर चीनी, 100 ग्राम मीठा दूध, एक चुटकी केसर, एक मुट्ठी भर बादाम, काजू , छोटी इलायची और पिस्ता (मिक्सर में पीस लें), देशी घी।
बनाने का तरीका : पैन में घी गरम कर छोटी इलायची डालें। इसमें सेवई डाल कर हल्की आंच में भूनने के लिए चलाते रहें। इसमें दूध, चीनी और मेवे का मिश्रण मिलाएं और तब तक चलाएं जब तक मिक्सचर गाढ़ा नहीं हो जाए। सेवई तैयार है। इसमें केसर छिड़क कर ऊपर से काजू और पिस्ता डालें। हो सके तो चांदी का वरक चढ़ा कर मेहमानों के सामने परोसें।
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कराची का मशहूर शाही शीर-खुर्मा
कराची का शीर खुर्मा बेहद मशहूर है। इसे लोग बड़े चाव से खाते हैं। इसे पकाने का तरीका यूं है। पहले देशी घी गरम करें और फिर इसमें इलायची और सेवई डाल कर भूनें। जब सेवई ब्राउन हो जाए तो इसमें दूध और कटे हुए खजूर डाल दें। पांच मिनट तक पकाएं। जब खजूर नरम हो जाए तो इसमें चीनी, खोया, बादाम, पिस्ता और जाफरान डालें। पांच मिनट तक पकाएं। आपका शाही शीर खुर्मा तैयार है।
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