ग्रेड में अब भी कई पेंच, उम्मीद कायम
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : टाटा स्टील के ग्रेड रिवीजन में अब भी कई ऐसे अनसुलझे सवाल हैं, जिनका हल ढूंढ पाना आसान नहीं होगा। यह सही है कि 30 महीने से बेपटरी वेज की गाड़ी ट्रैक पर आ गई है, लेकिन डीए व इंक्रीमेंट के अलावा समयावधि, एमजीबी तथा एनएस ग्रेड की सुविधाओं में बढ़ोत्तरी जैसे मुद्दे का समाधान खोज पाना कुछ घंटों में संभव नहीं हो पाएगा। ग्रेड को लेकर यूनियन-प्रबंधन के प्रस्ताव में अब भी बहुत अंतर है। उम्मीद जरूर कायम है कि अगर इसी रास्ते पर बात आगे बढ़ी तो आने वाले कुछ दिनों में सकारात्मक परिणाम जरूर सामने होंगे। यूनियन नेतृत्व पुराने कर्मचारियों का डीए बचाने के साथ एनएस ग्रेड को एमजीबी में फीसद के अतिरिक्त कुछ फिक्स एमाउंट भी दिलाने की कोशिश में है। इसके अलावा पेंशन स्कीम शुरू कराने को लेकर भी एनएस ग्रेड के कर्मचारी उम्मीद लगाए बैठे हैं। टी ग्रेड के कर्मचारियों को भी नेतृत्व से आस लगी है। सबकी अपेक्षाओं पर शत-प्रतिशत खरा उतर पाना यूनियन नेतृत्व के लिए आसान नहीं होगा।
:::::::::::::::::::::
सुबोध मेरे दोस्त, यूनियन में सहयोगी : आरके सिंह
जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन के सहायक सचिव आरके सिंह ने कहा है कि वाइस प्रेसिडेंट सुबोध श्रीवास्तव उनके मित्र है। यूनियन में दोनों साथ-साथ काम करते हैं। मजदूर हितों के मुद्दे पर दोनों की राय एक जैसी है। लिहाजा दोनों के एक साथ नजर आने का कोई राजनीतिक निहितार्थ नहीं निकाला जाना चाहिए। ज्ञात हो कि यूनियन के दोनो ऑफिस बियरर मंगलवार को एक साथ भास्कर राव के संग कदमा स्थित क्लब हाउस की इफ्तार पार्टी में शामिल होने पहुंचे थे।
:::::::::::::
वाइस प्रेसिडेंट के बयान को मिला समर्थन
जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन के वाइस प्रेसिडेंट सुबोध श्रीवास्तव को उनके बयान के लिए समर्थन मिला है। यूनियन के सदस्य मुमताज, पीएन कौशल, अब्दुल रफीक ने कहा कि वाइस प्रेसिडेंट सुबोध श्रीवास्तव ने यह साबित कर दिया है कि वह मजदूर हितों की राजनीति कर रहे हैं।