टाटा स्टील में वेज के अधिकांश बिन्दुओं पर आमराय
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : टाटा स्टील में वेज रिवीजन हर हाल में मई तक फाइनल कर लिया जाएगा। कोशिश है कि एक मई को मजदूर दिवस पर कर्मचारियों को सौगात दे दी जाए। प्रबंधन व यूनियन के बीच शुक्रवार को हुई दो दौर की वार्ता में यह तय किया गया कि ग्रेड के लिए अब और इंतजार नहीं करना पड़ेगा। कर्मचारी 28 महीने से वेज रिवीजन की आस लगाए बैठे हैं। बातचीत में अब तक अधिकांश बिन्दुओं पर दोनों पक्षों के बीच आमराय बन गई है। अप्रैल महीने के आने वाले कुछ दिन वार्ता के लिए निर्णायक होंगे। कहा जा रहा है कि प्रबंधन ने वेज समझौते की अवधि छह साल रखने के साथ 21 फीसद एमजीबी का प्रस्ताव दिया है लेकिन यूनियन समय सीमा हल हाल में पांच साल रखना चाहता है। 21 फीसद एमजीबी पर बात बनती दिख रही है। अगर समय सीमा का मसला अंतिम रूप से सुलझ जाए तो दोनो पक्ष समझौते की ओर बढ़ जाएंगे। डीए निर्धारण की प्रणाली भी पहले की तरह ही रह सकती है हालांकि प्रबंधन इसमें कुछ नई शर्ते जोड़ना चाहता है। इंसेंटिव व एलाउंस को लेकर बहुत पेंच नहीं है। यूनियन प्रबंधन के इस तर्क से जरूर सहमत है कि एनजेसीएस से बाहर होकर पहली बार कंपनी स्तर पर किए जा रहे वेज रिवीजन के कारण समझौते में देरी हो रही है। विपक्ष दावा कर रहा है कि सत्तापक्ष एमजीबी में एनजेसीएस से अधिक बढ़ोत्तरी दिखकार छह साल के लिए वेज पर सहमति हो गया है। टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष पीएन सिंह ने कहा कि वार्ता हो रही है लेकिन अब तक महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है।