भ्रष्टाचारियों के लिए काल बना एसीबी
हजारीबाग : अपराध निरोधक ब्यूरो एसीबी उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल में भ्रष्टाचारियों के लिए काल बन गया
हजारीबाग : अपराध निरोधक ब्यूरो एसीबी उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल में भ्रष्टाचारियों के लिए काल बन गया है। पिछले दो साल में अबतक 36 अभियान चलाकर 70 से अधिक शिकार कर चुका है। औसतन एसीबी हर सप्ताह एक शिकार कर रहा है।
वहीं पिछले तीन दिनों से तो एसीबी ने लगातार तीन रिश्वतखोरों को पकड़ा है। एसीबी के लिए कई बार ऐसे भी मौके आए है जहां एक दिन में तीन- तीन अभियान चलाकर पांच से भी अधिक शिकार किए हैं। शायद ही ऐसा कोई विभाग बचा हो जहां का भ्रष्ट लोक सेवक एसीबी के हत्थे नहीं चढ़ा हो। अब तब एसीबी के हाथ कोर्ट परिसर में नहीं पहुंचा था। लेकिन तीन दिन पहले उसने अपने ये भी अरमान पूरे कर लिए।
चतरा में एसीबी ने चतरा के एडीजे कोर्ट के पेशकार को 12 हजार रिश्वत लेते हुए पकड़कर बची -खुची कसर भी पूरी कर ली। पूर्व में यूं तो एसडीओ कोर्ट से पेशकार की गिरफ्तारी हो चुकी है। लेकिन चतरा कोर्ट की गिरफ्तारी कई मायनों में विशेष रहा। शिकार और नगदी के मामले में राज्य में अव्वल है एसीबी हजारीबाग एसीबी के हत्थे चढ़ने वालों में सबसे अधिक राजस्व कर्मचारी रहे है। इसके बाद पुलिस, अभियंता और रोजगार सेवकों के साथ जन सेवक, बीईईओ व अन्य विभाग के कर्मचारी भी शामिल है।
अबतक सबसे अधिक राशि और शिकार करने का रिकार्ड भी राज्य में सबसे अधिक हजारीबाग एसीबी के पास है। एसीबी ने अबतक इस दौरान जांच में 59 लाख से अधिक राशि भ्रष्ट लोक सेवकों के घर से बरामद की है। इनमें बड़कागांव का राजस्व कर्मचारी के घर से 21 लाख तथा पूर्वी वन प्रमंडल के रेंजर के घर से 31 लाख रुपये शामिल हैं।
बढ़ता जा रहा है विश्वास, हर दिन आ रहे दो आवेदन
एसीबी की निष्पक्ष कार्रवाई के बाद प्रमंडल में भ्रष्ट सेवकों को पकड़ाने को लेकर आम लोगों का एसीबी पर लगातार विश्वास बढ़ता जा रहा है। जानकारी के मुताबिक हर करीब दो आवेदन एसीबी में पास आ रहे हैं। जांच के बाद हर सप्ताह एक शिकार ब्यूरो कर रहा है। पदाधिकारियों की माने तो जल्द ही यह कार्रवाई और गति पकड़ेगी।