Move to Jagran APP

15 साल बाद गिरफ्तार आतंकियों का मददगार

कोलकाता स्थित अमेरिकन सेंटर पर हुए आतंकी हमले में शामिल गुनहगारों को पनाह दिलाने वाले गुलाम सरवर को शनिवार को गिरफ्तार किया गया।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 26 Feb 2017 07:41 AM (IST)Updated: Sun, 26 Feb 2017 07:48 AM (IST)
15 साल बाद गिरफ्तार आतंकियों का मददगार
15 साल बाद गिरफ्तार आतंकियों का मददगार

जागरण संवाददाता, हजारीबाग। कोलकाता स्थित अमेरिकन सेंटर पर हुए आतंकी हमले में शामिल गुनहगारों को पनाह दिलाने वाले गुलाम सरवर को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। सरवर की गिरफ्तारी घटना के 15 साल बाद बिहार के गया जिले के बधनियां गांव के नीम चौक से हुई है। इस कार्रवाई में गुजरात और बिहार एटीएस की टीम शामिल थी। गिरफ्तारी के बाद गया पहुंच हजारीबाग पुलिस ने उसे अपनी गिरफ्त में लिया। फिर गुलाम को हजारीबाग कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे जेपी केंद्रीय कारा भेज दिया गया। वह बधनियां गांव में अपनी पहचान छिपाकर रह रहा था। पुलिस के मुताबिक अमेरिकन सेंटर पर हुए हमले में सरवर का भतीजा शामिल था। जिसे घटना के बाद पुलिस ने कोलकाता में पकड़ लिया था।
---------
फेरी के धंधे की आड़ में काला कारनामा
एसपी अनूप बिरथरे ने बताया कि सरवर 2002 में हजारीबाग के खिरगांव में ही रहते हुए फेरी का काम करता था। उसने कोलकाता के अमेरिकन सेंटर पर हुए हमले के बाद आतंकियों को हजारीबाग के खीरगांव में अपने रिश्तेदार के घर पनाह दिलाई थी। बाद में आतंकियों की भनक मिलते ही 27 जनवरी 2002 को एटीएस व हजारीबाग पुलिस ने खिरगांव में हुई मुठभेड़ में दोनों आतंकियों मो. इदरिश और सलीम को मार गिराया था। तब से लेकर आज तक सरवर फरार चल रहा था। वर्ष 2008 में पुलिस ने इस मामले में कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया था। जिसमें सरवर को फरार दिखाया गया था।
उल्लेखनीय है कि अमेरिकन सेंटर में हुए हमले में छह लोगों की संलिप्तता सामने आयी थी। इनमें दो कोलकाता में पकड़े गए, दो को हजारीबाग में पुलिस एनकाउंटर में मार गिराया गया। एक गुलाम सरवर गया से शनिवार को गिरफ्तार किया गया। एक आतंकी नौशाद अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।

झारखंड में आतंकी कनेक्शन :
-2002 में कोलकाता में हुए हमलों के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने दो आतंकियों को हजारीबाग में मार गिराया।
-2006 में जमशेदपुर में कोलकाता से आयी टीम ने दो आतंकियों को गिरफ्तार किया।
-2007 राजस्थान के अजमेर में विस्फोट के तार जामताड़ा से जुड़े। यहां से एक आतंकी को गिरफ्तार किया गया।
-2008 में गुजरात में हुए आतंकी हमलों के आरोप में पुलिस ने रांची निवासी दानिश को गिरफ्तार किया।
-2011 में मुंबई में हुए हमले के बाद एटीएस और एनआईए की टीम ने छोटे शहरों में जाकर मुंबई में हुए हमलो के तार ढूंढे, इसके बाद दानिश का साथी मंजर पकड़ा गया।
-2013 में बिहार के बोधगया और पटना में नरेंद्र मोदी की सभा में हुए ब्लास्ट के मामले में कुल छह आतंकियों को पकड़ा गया। जिसमें इम्तियाज, ब्लैक ब्यूटी के नाम से कुख्यात हैदर और अन्य शामिल हैं। इम्तियाज को पटना में जबकि अन्य पांच आतंकियों को रांची से दबोचा गया था।
-2016 में बद्र्धमान बलास्ट के मामले में आरोपी मो. इब्राहिम शेख को पाकुड़ से गिरफ्तार किया गया था। मामले में साहिबगंज और आसपास से छह लोगों को पकड़ा गया था।

loksabha election banner

नाना के बुलाने पर आशीष गया था झारखंड, पैसे की लालच में बेचे उत्तर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.