नेत्र स्वास्थ्य संबंधी बसंत परियोजना शुरू
हजारीबाग : एनबीजेके संचालित लोकनायक जयप्रकाश नेत्र अस्पताल के तत्वावधान में सोमवार को साइटसेवर्स और
हजारीबाग : एनबीजेके संचालित लोकनायक जयप्रकाश नेत्र अस्पताल के तत्वावधान में सोमवार को साइटसेवर्स और भारत फाइनेंशियल इन्क्लूजन लिमिटेड के सहयोग से ग्रामीण नेत्र स्वास्थ्य संबंधी लघु परियोजना नेत्र बसंत का शुभारंभ किया गया। इसके तहत मार्च तक मोतियाबिंद के 1000 निश्शुल्क ऑपरेशन किए जाएंगे और 500 पावर चश्मों का वितरण किया जाएगा।
परियोजना का उद्घाटन राष्ट्रीय अंधापन नियंत्रण कार्यक्रम के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. राजेन्द्र पासवान ने किया। उन्होंने कहा कि एलएनजेपी आंख अस्पताल के माध्यम से हम यह काम बेहतर तरीके से कर पाएंगे। अतिथियों का स्वागत करते हुए एनबीजेके अध्यक्ष गिरिजा सतीश ने लोकनायक जयप्रकाश आंख अस्पताल की ओर से वर्ष 2016 में 24923 मरीजों के इलाज और 6150 मोतियाबिन्द ऑपरेशन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यहा ग्लूकोमा, डायबिटिक रेटिनोपैथी, मेडिकल रेटिना संबंधी इलाज की आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। इन्होंने आधुनिक फेको मशीन इनफिनिटी का उल्लेख किया। साइटसेवर्स के क्षेत्रीय निदेशक सुदिप्तो मोहन्ती ने चतरा, दुमका, खूंटी, जामताड़ा, हजारीबाग आदि 11 जिलों में सरकारी-गैरसरकारी अस्पतालों के साथ अंधापन नियंत्रण कार्यक्रम सम्बन्धी भावी योजनाओं की जानकारी दिया। भारत फाइनेंशियल इन्क्लूजन के प्रतिनिधि अभिषेक ¨सह ने बताया कि कम्पनी के कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व के तहत पिछले वर्ष पूरे देश में 10 हजार मोतियाबिंद ऑपरेशन हुए थे और इस वर्ष 20 हजार ऑपरेशन का लक्ष्य है। सिविल सर्जन ने जिला अंधापन नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत 2394 मोतियाबिन्द सर्जरी की जानकारी दिया और कहा कि लोकनायक आँख अस्पताल के सहयोग से जिला में नेत्र सुरक्षा सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होने के साथ ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को बेहतर सुविधा मिली है। मौके पर सदर अस्पताल की एसीएमओ डॉ. रूबी लकड़ा, नेत्र चिकित्सक डॉ. उमेश भी उपस्थित थे। मौके पर आयोजित आँख जांच शिविर में सदर, टाटीझरिया, इचाक, चुरचू, दारू, चौपारण, इटखोरी, कटकमसांडी आदि प्रखंडों से कुल 275 नेत्र रोगियों की जांच हुई, जिनमें 124 मोतियाबिंद के मरीज निकले और इनका ऑपरेशन मुख्य अस्पताल में किया जाएगा। समारोह में एनबीजेके सचिव सतीश गिरिजा, कार्यक्रम निदेशक गंधर्व गौरव और लोकनायक आंख अस्पताल से आई टीम के सदस्य भी शामिल थे।