कोहरे से रबी फसल बर्बाद होने की आशंका
केरेडारी : इन दिनों प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में घने कोहरे का नजारा दिखाई देने लगा है। सोमवार की
केरेडारी : इन दिनों प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में घने कोहरे का नजारा दिखाई देने लगा है। सोमवार की सुबह से ही प्रखंड मुख्यालय के आसपास के गांवों में भी घना कोहरा देखा गया। इससे प्रखंड में कामकाज पूरी तरह प्रभावित रहा। यहां तक की सुबह के 9:30 बजे तक भी घना कोहरा होने के कारण वाहनों को लाइट जलाकर चलना पड़ा। दूसरी ओर प्रखंड के सैकडों किसानों के माथे पर ¨चता की लकीरें साफ देखी जा रही है। उनका कहना है कोहरे के कारण रबी फसल बर्बाद हो सकती है। केरेडारी कृषि प्रधान प्रखंड होने के बावजूद भी यहां ¨सचाई की समुचित व्यवस्था नहीं है। साथ ही इस कोहरे के प्रभाव ने फसलों को नष्ट करना प्रारंभ कर दिया है। प्रखंड में आलू, राई एवं गेंहू की फसल बडे़ पैमाने पर उगाई जाती है। इन दिनों केरेडारी के हजारों किसान रबी फसल राई और गेहूं की बोआई में जुटे हैं। वहीं दूसरी ओर प्रखंड में पिछले दो दिनों से पड़ रहे कोहरे के कारण आलू की तैयार फसल बर्बादी की कगार पर है।
किसानों की ¨चता लाजिमी है क्योंकि किसानों ने इस वर्ष आलू का बीज महंगा लेकर बुआई किया है। केरेडारी के किसान पूरन महतो, गुरुदयाल महतो, बैद्यनाथ महतो, महावीर साव, मो. रियाज अंसारी, जोको के जलील ¨मया, बंसत राम, दिलीप तिवारी, देवदत्त तिवारी, प्रभु साव, कराली के विनोद ¨सह, सुरेश राम, मुकेश ¨सह, सलगा के जयराम साव, दामोदर साव, कुंवर साव, कुठान के दुखी महतो, मनोज पांडेय, प्रदीप राणा, कुलदीप चौबे घुटू के शिवनारायण महतो बताते हैं की केरेडारी के किसान प्रकृति के दोहरे मार से लाचार व विवश हैं। एक तो पहले हीं वर्षा की कमी के कारण खरीफ फसल धान को नुकसान पहुंचा चुका है और अब घने कोहरे से आलू तैयार फसल मरने लगे हैं। टमाटर, बैंगन, फूलगोभी आदि फसलों के उपर काले काले धब्बे दिख रहे हैं, इससे किसान परेशान व ¨चतित है।