विधायक निर्मला देवी गिरफ्तार
हजारीबाग के बड़कागांव के निकट चिरुडीह फायङ्क्षरग में चार लोगों की मौत के बाद एक अक्टूबर से पुलिसिया हिरासत से फरार चल रहीं विधायक निर्मला देवी को आखिरकार पुलिस ने मंगलवार को हजारीबाग शहर के शिवपुरी से गिरफ्तार कर लिया।
जेएनएन, रांची/हजारीबाग। हजारीबाग के बड़कागांव के निकट चिरुडीह फायङ्क्षरग में चार लोगों की मौत के बाद एक अक्टूबर से पुलिसिया हिरासत से फरार चल रहीं विधायक निर्मला देवी को आखिरकार पुलिस ने मंगलवार को हजारीबाग शहर के शिवपुरी से गिरफ्तार कर लिया। इससे पूर्व विधायक निर्मला देवी के पति पूर्व मंत्री योगेंद्र साव के करीबी मंटू सोनी को भी पुलिस ने दिन में ही अनादा चौक से गिरफ्तार कर लिया था। इन दोनों ने ही पूछताछ में बताया कि निर्मला देवी शिवपुरी मुहल्ले में परिचित के यहां छिपी हुई हैं। इसके बाद पुलिस ने शिवपुरी में विधायक को गिरफ्तार कर लिया। इसकी पुष्टि हजारीबाग के एसपी भीमसेन टूटी ने की है।
पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए विधायक मंगलवार को हजारीबाग कोर्ट के जेएम सुधामनी के कोर्ट में सरेंडर करने की तैयारी में थीं। इसे देखते हुए दिनभर कोर्ट परिसर को चारों ओर से पुलिस ने घेर लिया था। निर्मला देवी के खिलाफ 17 अक्टूबर को गैर जमानती वारंट कोर्ट से जारी किया गया था।
बताया गया है कि गोपनीय तरीके से निर्मला देवी के वकील जेएम सुधामनी के कोर्ट में सरेंडर आवेदन भी दाखिल कर चुके थे। इस बीच सरेंडर की भनक किसी तरह पुलिस को लग गई। फिर तो अचानक पूरा कोर्ट परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। अचानक पुलिसिया चहलकदमी से एक बार तो कोर्ट में भी अफरातफरी मच गई। घटना दोपहर तीन बजे की है। आवेदन प्रथम पाली में दिया गया था। सरेंडर दोपहर में करना था।
सूत्रों की मानें तो अगर सरेंडर के आवेदन के बारे में किसी को यदि भनक नहीं लगती तो शायद विधायक मंगलवार को ही सरेंडर कर देतीं, लेकिन पुलिस ने कोर्ट को पुलिस छावनी में तब्दील कर उनका खेल बिगाड़ दिया।
उल्लेखनीय है कि एक अक्टूबर से विधायक निर्मला देवी हजारीबाग के बड़कागांव के डाड़ीकलां में पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प के बाद पुलिस हिरासत से फरार हो गई थीं। इसके बाद से उनका कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था। पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी अभियान चला रही थीं लेकिन सफलता नहीं मिली थी।
पति और बेटा पहले से जेल में
बड़कागांव प्रकरण में कांग्रेस विधायक निर्मला देवी के पति और पूर्व मंत्री योगेंद्र साव को पुलिस ने चार अक्टूबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहीं बालू कारोबारियों से रंगदारी मांगने के मामले में बेटे अंकित राज को 17 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था।
सरेंडर नहीं करने दे रही पुलिस : निर्मला
गिरफ्तारी से पूर्व विधायक निर्मला देवी ने मीडिया से बात की थी। उन्होंने मीडिया से कहा था कि उन्हें न्यायालय पर भरोसा है। वे न्यायालय में सरेंडर करना चाहती हैं, लेकिन हजारीबाग पुलिस उन्हें सरेंडर करने नहीं दे रही है।