बच्चों का शोषण बड़ा अपराध : संजय
इचाक: समेकित बाल विकास परियोजना के तत्वाधान में बाल संरक्षण समिति का गठन व प्रशिक्षण कार्यक्रम की श
इचाक: समेकित बाल विकास परियोजना के तत्वाधान में बाल संरक्षण समिति का गठन व प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। उद्घाटन प्रमुख सरिता देवी व उपप्रमुख चंद्रदेव प्रसाद मेहता ने प्रखंड सभागार में सोमवार को दीप जलाकर प्रशिक्षण शुरुआत की। प्रशिक्षण में जिला बाल कल्याण पदाधिकारी संजय प्रसाद ने बच्चों से संबधित कई कानूनी पहलुओं पर प्रकाश डाला। कहा कि बीमार और अकेला बच्चा की देखभाल करना हमारा दायित्व है। कोई बच्चा आश्रय की खोज में इधर उधर भटक रहा हो, किसी के द्वारा बच्चे की पिटाई, माता पिता के द्वारा छोड़ या गुम हो गया हो तो इसकी सूचना टॉल फ्री नं. 1098 पर दे सकते हैं। बच्चों का शोषण सबसे बड़ा अपराध है। सीडीपीओ आशारानी बाड़ा ने संचालन करते हुए कहा कि जनप्रतिनिधि और सेविका, सहायिका के सहयोग से बाल अपराध पर अंकुश लगाया जा सकता है। प्रमुख सरिता देवी ने आंगनबाड़ी केंद्रों में व्याप्त अनियमितता में सुधार लाने को कहा। उपप्रमुख चंद्रदेव मेहता ने बाल अपराध पर अंकुश लगाने में सहयोग का भरोसा दिया। मौके पर मुखिया निर्मल कुमार, मनीलाल तुरी, नागेश्वर मेहता, नंदकिशोर राम, प्रवील मेहता, पर्यवेक्षिका पुष्पांजलि, सुनिता रानी, मनीषा गुप्ता, मनीषा रानी, मार्केश कुमार, सुखदेव महतो, गौरी विश्वकर्मा, रेखा देवी, ¨रकु ¨सह समेत अन्य सेविका, सहायिका मौजूद थे।