अपनी ताकत का अहसास कराते रहे हैं माओवादी
हजारीबाग में बड़ी नक्सली घटनाएं 2003 में एक बार फिर उग्रवादियों ने बड़कागांव व केरेडारी सीमाक्षेत्र
हजारीबाग में बड़ी नक्सली घटनाएं
2003 में एक बार फिर उग्रवादियों ने बड़कागांव व केरेडारी सीमाक्षेत्र में एक शिक्षक परिवार सहित पांच लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। इस दौरान माओवादियों ने सभी लोगों पर पुलिस का मुखबिर होने का आरोप लगाया था। रात में आए माओवादियों के दस्ते ने इस घटना को अंजाम दिया था।
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2004 जिले के सबसे उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र माने जाने वाले चुरचू में माओवादियों ने बड़ी घटना को अंजाम देकर पूरे देश को हिला दिया था। नक्सलियों ने गश्त पर निकली पुलिस को चुरचू थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले आंगों क्षेत्र में बारूदी सुरंग विस्फोट के बाद अंधाधुंध फाय¨रग कर 15 पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था।
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2005 में माओवादियों ने कटकमसांडी के रेल रीच नंबर 16 में एक डील मशीन, एक डंफर तथा एक ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया था।
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2009 में माओवादियों ने रेलवे कार्य में लगी कंपनी के वाहन रेल रीच नंबर 16 के समीप चार हाईवा, दो डंफर तथा एक टैक्टर को जला दिया था। माओवादियों ने 2009 में ही महाबीर ¨सह गंझू नामक व्यक्ति की हत्या कर दी थी।
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2008 में एक बार फिर माओवादियों ने लेवी को लेकर एनएच निर्माण में लगी एक कंपनी के आठ वाहन को आग के हवाले कर दिया था। इस घटना में कंस्ट्रक्शन कंपनी को करीब डेढ़ करोड़ रुपये की क्षति हुई थी। बताया जाता है कि मिथिलेश के दस्ते ने इस घटना को अंजाम दिया था। इस दौरान माओवादियों ने फाय¨रग व कंपनी के साईड पर काम कर रहे लोगों की पिटाई भी की थी।
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वर्ष 2007 में कटकमदाग के बेदी में माओवादियों ने बंदी के दौरान तीन ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया था। हजारीबाग - चतरा रोड में माओवादियों की यह पहली कार्रवाइ थी।
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2012 में माओवादियों ने चरचू आंगो में बन रहे पंचायत भवन को विस्फोट कर उड़ा दिया था। इस घटना के बाद वर्ष 2015 में एसपी अखिलेश झा ने बकायदा आंगों में पुलिस थाना बनाकर माओवादियों के लिए सुरक्षित क्षेत्र माने जाने वाले आंगों में उनकी गतिविधियां बंद करा दी थी।
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वर्ष 2015 में टाटीझरिया थाना क्षेत्र में माओवादी बंदी के दौरान माओवादी मिथलेश के दस्ते ने एक सवारी बस सहित चार वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था। लंबे समय बाद यह माओवादियों की हजारीबाग में बड़ी घटना थी।
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2012 में जेपीसी उग्रवादी संगठन मोरांगी स्थित एक कंपनी में खडे़ 18 हाईवा ट्रक को आग के हवाले कर दिया था। मामला लेवी से जुड़ा था। किसी भी अन्य उग्रवादी संगठन द्वारा यह क्षेत्र में पहली बड़ी धटना थी।
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2015 जनवरी में एक बार फिर माओवादी दस्ता ने मिथलेश की अगुवाई में चुरचू में सड़क निर्माण में लगे कंपनी को छह वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। इस घटना की जिम्मेवारी मिथलेश ने लेते हुए और बड़ी घटनाओं को अंजाम देने की बात कही थी।