Move to Jagran APP

भगहर में सात घंटे उत्पात करते रहे नक्सली

एक दशक बाद दी जोरदार दस्तक उग्रवादियों ने एक दशक बाद अपने पुराने इलाके में जोरदार दस्तक देकर प्रशा

By Edited By: Published: Thu, 30 Jun 2016 07:41 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jun 2016 07:41 PM (IST)
भगहर में सात घंटे उत्पात करते रहे नक्सली

एक दशक बाद दी जोरदार दस्तक

loksabha election banner

उग्रवादियों ने एक दशक बाद अपने पुराने इलाके में जोरदार दस्तक देकर प्रशासन को चुनौती दी है। गया-कोडरमा रेल लाइन पर गंझडी स्टेशन से सात किलोमीटर दूर भगहर की दूरी जिला मुख्यालय से 85 तथा प्रखंड मुख्यालय से 30 किलोमीटर है। एक समय यह पंचायत उग्रवादियों का सेफ जोन था। आम लोगों के लिए यह जाफना के नाम से जाना जाता था। एक दशक पूर्व पंचायत के गांवों में लगातार माओवादियों के केंद्रीय कमेटी की बैठक होती थी है। सबसे पहले सुर्खियों में यह गांव 2006 मे तब आया था, जब अंबातरी गांव में पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ में नक्सलियों को बड़ी कीमत चुकानी पड़ी थी। इसके बाद कई माओवादी घटनाएं इस क्षेत्र में हुई। पुलिसिया नकेल के बाद एक दशक से इस क्षेत्र में शांति थी। बीते लोकसभा, विधानसभा व पंचायत चुनाव भी शांतिपूर्ण हुए। परंतु इसी माह की चार तारीख को अचानक माओवादियों ने भगहर नदी पर बन रहे पुल में लगे पोकलेन को जला डाला तथा बीड़ी पत्ता के खलिहान में आग लगा कर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी। बुधवार को बड़ी घटना को ौंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती पेश की है।

-----

बुधवार को पुलिस ने चलाया था शराबबंदी अभियान

बताया जाता है कि बुधवार को इसी पंचायत में पुलिस ने अभियान चलाकर शराब निर्माण को बंद कराया था। देर शाम पुलिस वहां से निकली तथा रात के नौ बजे नक्सलियों ने घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद गुरुवार दोपहर अभियान एसपी कुलदीप कुमार, डीएसपी आनंद ज्योति ¨मज, थाना प्रभारी मंजीत ¨सह समेत बड़ी संख्या में पुलिसबल घटनास्थल पर पहुंचे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.