जिले में ट्रिन ट्रिन की पटरी पर वायस मैसेज..
हजारीबाग : चुनाव के आंकडे़ जुटाने से लेकर बूथ की स्थिति और समस्या जानने में जहां पदाधिकारियों के पस
हजारीबाग : चुनाव के आंकडे़ जुटाने से लेकर बूथ की स्थिति और समस्या जानने में जहां पदाधिकारियों के पसीने छूट जाते हैं वहीं एक बार फिर उपायुक्त मुकेश कुमार ने सूचना तकनीक और बेहतर प्रबंधन कौशल से इसे बेहद सरल बना दिया। उन्होंने वायस मैसेजिंग सिस्टम का व्यापक इस्तेमाल करते हुए चुनाव मॉनिटरिंग के काम को आसान बना दिया।
वायस मैसेजिंग सिस्टम के माध्यम से न केवल घंटों का काम मिनटों हुआ बल्कि बूथ से लेकर पदाधिकारियों को एक संपर्क सूत्र में जोड़ कर बूथ से लेकर जिला स्तर तक के पदाधिकारियों की रहा भी आसान बन गई। सुबह सात बजे ही चुनाव से जुड़े अधिकारियों के फोन पर पहला वायस मैसेज पहुंच गया, जिसमें चुनाव से जुडे़ दिशा-निर्देश थे। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला प्रशासन द्वारा प्रयोग किए गए वायस स कॉल सिस्टम को हैदराबाद की एक कंपनी ने पंचायत चुनाव के लिए जिला प्रशासन को उपलब्ध कराया है। इससे एक साथ हजारों लोगों को दो मिनट के अंदर सूचना उपलब्ध कराया जा सकता है। इस अत्याधुनिक तकनीक के उपयोग ने लोक प्रशासन में सूचना तकनीक के इस्तेमाल में हजारीबाग को राज्य में अव्वल बना दिया है। राज्य का यह पहला जिला है जहां इस तरह का प्रयोग किया गया। इस तकनीक के मदद से घंटों का काम मिनटों में निपटाने के साथ साथ अंतिम मतदान का आंकड़ें क्षण भर में मुख्यालय तक पहुंच रही थी। वायस मैसेज व कॉल को इस तरह से तैयार किया गया है कि ऑरिजनल आवाज के बिना यह काम ही नहीं करेगा। अर्थात अगर कोई इसका दुरुपयोग करना चाहें तो यह काम ही नहीं करेगी। इसी तरह इससे भेजे गए एसएमएस जबतक रिसीव नहीं होता तबतक यह तीन बार संबंधित काल्स को एक्टिव करते रहेगा। इतना ही नहीं पदाधिकारियों ने इस मैसेजे को रिसीव किया है या नहीं इसकी भी जानकारी एक साथ वरीय पदाधिकारियों को यह सिस्टम उपलब्ध कराता है।
- वायस मैसेज के माध्यम से हम एक साथ सभी अधिकारियों को सूचनाएं पहुंचाने में सफल रहे। यह तकनीक काफी कारगर रहा। चुनाव की राह भी इससे आसान हुई - मुकेश कुमार, उपायुक्त हजारीबाग