बेकार पड़ा है प्रखंड का तैयार आवासीय भवन
मिथिलेश पाठक, टाटीझरिया : सरकार की सोच है प्रखंड और ग्राम स्तर तक सुशासन लाना और उसकी बेहतरी के लिए
मिथिलेश पाठक, टाटीझरिया : सरकार की सोच है प्रखंड और ग्राम स्तर तक सुशासन लाना और उसकी बेहतरी के लिए किरानी, कलर्क से लेकर पदाधिकारी तक को प्रखंडों में आवासीय सुविधा देना है। लेकिन सुविधा उपलब्ध होने के बाद भी कोई भी किरानी और पदाधिकारी अपने कार्य क्षेत्र में निवास नहीं कर रहे हैं। प्रखंड सह अंचलकर्मियों के लिए आलिशान तीन मंजिला भवन ठीक ब्लाक के बगल में एक करोड़ 90 लाख की लागत से बना है। अंचल और प्रखंड कर्मी इसके बावजूद हजारीबाग से अथवा अपने घर से आवागमन करते हैं। कर्मियों को यहा नहीं रहने के कारण आम ग्रामीणों को काफी परेशानी होते रहती है। भवन 2013 में बनकर तैयार हो गया है। इसे विशेष प्रमंडल हजारीबाग द्वारा संवेदक टीएन साहू ने बनाया है। इस भवन का उदघाटन प्रखंड कार्यालय के साथ हीं हो गया है। उदघाटन तत्कलीन मंत्री जय प्रकाश भाई पटेल, हजारीबाग सासद जयंत सिन्हा, कोडरमा सासद रविन्द्र राय, बरकट्ठा के तत्कालीन विधायक अमित कुमार यादव, प्रमुख ईश्वर चंद्र यादव समेत कई प्रशासनिक पदाधिकारी मौजूद थे।
क्या कहते हैं जेई ....
इस संबंध में जेई रामचंद्र गरई ने कहा कि यह भवन 2013 में विभाग ने हैंड ओवर कर दिया है और विभाग को इस भवन से कोई लेना देना नहीं है।
बीडीओ ने कहा ...
इस बारे में बीडीओ मोनी कुमारी ने कहा कि भवन तो बन गया पर वहा न तो बिजली का कनेक्शन है और न हीं पानी की व्यवस्था है। ऐसे में कोई उस भवन में कैसे रहेगा ?