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गीतकार शैलेंद्र की जयंती पर संगोष्ठी

हजारीबाग : रमणिका फाउंडेशन में साहित्यिक संस्था परिवेश के तत्वावधान में मंगलवार को महान गीतकार शैलें

By Edited By: Published: Wed, 02 Sep 2015 08:53 PM (IST)Updated: Wed, 02 Sep 2015 08:53 PM (IST)
गीतकार शैलेंद्र की जयंती पर संगोष्ठी

हजारीबाग : रमणिका फाउंडेशन में साहित्यिक संस्था परिवेश के तत्वावधान में मंगलवार को महान गीतकार शैलेंद्र की जयंती पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। साहित्यकार भारत यायावर के शैलेंद्र और रेणु के आत्मीय संबंधों पर आधारित आलेख पर आयोजित गोष्ठी की अध्यक्षता कथाकार रतन वर्मा ने एवं संचालन परिवेश के संयोजक विजय केसरी ने किया। रंगकर्मी मनोज सिन्हा ने आलेख पाठ किया। शुरुआत करन कशिश, अजय पांडेय एवं गणेश कुमार सीटू के कविता पाठ से हुआ। मुख्य वक्ता भारत यायावर ने कहा कि कवि गीतकार शैलेंद्र का व्यक्तित्व इस लिए बड़ा था कि उनके द्वारा रचित प्रत्येक पंक्ति आज भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने में सफल है। रतन वर्मा ने कहा कि यायावर जी का आलेख सच पर मर मिटने की जिद शैलेंद्र, रेणु और राजकपूर के आपसी रिश्तों की मार्मिकता को उसी रूप में प्रस्तुत करता है। विजय केसरी ने कहा कि साहित्यकारों के प्रति फिल्मी दुनिया की सोच से पर्दा उठाने में यायावर जी पूरी तरह से सफल हुए हैं। सीआरपीएफ कमांडेंट मुन्ना कुमार सिंह ने अपनी बात रखते हुए कहा कि शैलेंद्र जी फिल्मी दुनिया में जरूर थे मगर जीवन के अंतिम क्षण तक अपने कवि और गीत भाव को मरने नहीं दिया। मौके पर गणेशचंद्र राही, भैया विवेक प्रियदर्शी विकास कुमार ने भी अपने विचार रखे।


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