े फिर शुरु हो गया पशु तस्करी का खेल
हजारीबाग : जिले में कुछ समय पुलिस के सख्ती के बाद इन दिनों फिर जिले में पशु तस्करी का खेल प्रारंभ ह
हजारीबाग : जिले में कुछ समय पुलिस के सख्ती के बाद इन दिनों फिर जिले में पशु तस्करी का खेल प्रारंभ हो गया है। खुलेआम और बेधड़क चल रहे पशु तस्करी के खेल में सफेद पोश व पुलिस की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। पुलिस संरक्षण में चल रहे इस तस्करी में वाहनों को पास कराने के लिए बकायदा इंट्री फीस डोभी से लेकर बरकट्ठा तक के लिए वसूला जा रहा है। हाल के दिनों में पकड़े गए पशु लदे वाहन इस बात के गवाह है। वहीं दूसरी ओर हाइवे पर गौ रक्षा समिति के सख्ती के बाद पशु तस्कर ग्रामीण क्षेत्रों से अपने वाहनों को निकाल रहे है। जिसकी बानगी एक सप्ताह पूर्व इचाक में पकड़े गए पशु लदे वाहनों को देखकर लगाया जा सकता है। रविवार को प्रतिबंधित मांस को लेकर हुई कार्रवाई भी इस बात की पुष्टि कर रही है कि किस तरह जिले में इन दिनों बैखौफ पशु तस्करी की जा रही है। जबकि इस बाबत एसपी अखिलेश कुमार झा स्पष्ट तौर पर पुलिस पदाधिकारियों को हिदायत दे रखी है।
ग्रामीण सड़कों का किया जा रहा इस्तेमाल
पशु तस्करी में शामिल लोग हाईवे को छोड़कर ग्रामीण राह की सहायता ले रहे है। हाल के दिनों में पकड़ी जा रही गाड़िया इस बात की गवाह है। मैजिक व छोटा हाथी के साथ साथ कंटेनर में छिपाकर इन रास्तों से पशु तस्कर आसानी से मवेशियों को लेकर जा रहे है। हाईव के बाद तस्कर चतरा हजारीबाग रोड होते हुए बगोदर रोड, डोभी से भाया चतरा हजारीबाग, तथा बरही से रामगढ़ भाया रांची की ओर से कोलकत्ता पहुंच रहे है।
संदेह के घेरे में चोरदाहा चेकपोस्ट की भूमिका
पूरे मामले में चोरदाहा चेकपोस्ट से गुजरने वाले हर खनिज पदार्थो की जांच करने करने वाले चेकपोस्ट से बिना जांच के वाहन कैसे पशु लेकर पार कर रहे है यह जांच का विषय है, लेकिन पूरे मामले में चौपारण थाना, बरही थाना के साथ साथ हजारीबाग रोड व बरकट्टा की ओर जोन वाली वाली गाड़िया भी बड़ी आसानी से पास कर जा रहे है। यह पूरा मामला चोर दाहा चेकपोस्ट से लेकर संबंधित पुलिस व पशु चिकित्सा पदाधिकारी की मिलीभगत से संचालित हो रहा है।