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खबरें विभावि की : आक्रोशित शिक्षकेतरों के लिए बनी समिति

जासं, हजारीबाग : शिक्षकेतर कर्मचारियों ने सोमवार को नये सिरे से सोमवार को कुलपति डॉ. गुरदीप सिंह के

By Edited By: Published: Mon, 11 May 2015 08:33 PM (IST)Updated: Mon, 11 May 2015 08:33 PM (IST)
खबरें विभावि की :  आक्रोशित शिक्षकेतरों के लिए बनी समिति

जासं, हजारीबाग : शिक्षकेतर कर्मचारियों ने सोमवार को नये सिरे से सोमवार को कुलपति डॉ. गुरदीप सिंह के समक्ष अपनी वेतन संबंधी शिकायतों को रखा। शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के सचिव कमल किशोर प्रसाद ने लिखित रूप से मांग की कि स्नातक योग्यताधारी तृतीय वर्ग के कर्मचारियों को गुरू नानक कॉलेज, धनबाद के तर्ज पर छठे वेतनमान का भुगतान किया जाय। यह भी कि पैतृक रांची विश्वविद्यालय से प्राप्त कुल 13 शिक्षकेतर पदों के विरूद्ध इन शिक्षकेतरों का समंजन करते हुए अलग विश्वविद्यालय संवर्ग तैयार किया जाय, जो विभावि के स्थापना काल से ही विभिन्न महाविद्यालयों से आयातित रूप से विभावि सचिवालय व स्नातकोत्तर विभागों में बतौर प्रतिनियोजित कर्मी सेवारत हैं। कुलपति डॉ. सिंह ने उनकी मांगों के प्रति संजीदगी दिखाते हुए दो सदस्यीय समिति गठित की, जिसमें विज्ञान संकायाध्यक्ष डॉ. परमानंद महतो को स्थान दिया गया। यह समिति सक्रिय भी हो गयी, जो दो-तीन दिनों में अपना प्रतिवेदन कुलसचिव को सौंपेगी। उसके आधार पर प्रस्ताव मानव संसाधन को भेजा जायेगा।

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आक्रोशित थे शिक्षकेतर

रविवार को हुई अभिषद की बैठक में तृतीय वर्गीय शिक्षकेतर कर्मी सुरेंद्र जैन ने प्रवेश कर उक्त मांगों पर विचार करने का आग्रह अभिषद सदस्यों से किया था। इस पर सदस्य सांवरमल अग्रवाल ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि आपका प्रवेश अनधिकृत है। मांग भी प्रस्ताव शामिल नहीं है। इस मुद्दे पर अधिकांश सदस्यों ने नाराजगी दिखायी। कुलसचिव डॉ. एसपी सिन्हा को भी सदस्यों ने आंखें तरेरीं। भोजनावकाश के दौरान रविवार के बावजूद दर्जनों शिक्षकेतर मौजूद हो गये और सदस्य श्री अग्रवाल को भला-बुरा कहा, कथित रूप से असंसदीय जुमलों का भी इस्तेमाल किया। देख लेने तक की धमकियां दी गयी। इस विरोध ने सोमवार को रंग दिखाया। संघ के अधिकारियों के साथ वात्र्ता हुई।

क्या भुगतान होता है तृतीय वर्ग को

तृतीय वर्ग को 5200 से 20, 200 का भुगतान होता है, जबकि छठे वेतन में 9300-34,800 का भुगतान होना है, 4200 रूपये का ग्रेड पे भी शिक्षकेतरों को मिलना है तथा हुआ कि यही ग्रेड पे दिया जायेगा।

पूर्व में भी बनी समितियां

शिक्षकेतरों के सामंजन व विभावि संवर्ग निर्धारण के लिए 10 वर्ष पूर्व भी समिति बनी थी, जिसका संयोजक डॉ. परमानंद महतो को बनाया गया था, लेकिन उस समय भी बात नहीं बनी थी। आक्रोशित शिक्षकेतरों से कुलपति डॉ. सिंह ने सोमवार को स्वयं वात्र्ता की और कार्य को गति दी।

पाठ्यक्रम समापन पर ही होगी परीक्षा

यूसेट इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थियों का पाठ्यक्रम जब तक समाप्त नहीं होगा, तब तक उनकी परीक्षा आयोजित नहीं की जायेगी। यह आदेश कुलपति डॉ. गुरदीप सिंह ने सोमवार को जारी किया। मालूम हो कि पांचवें समसत्र के विद्यार्थी परीक्षा आयोजन के खिलाफ थे। उनकी मांग पर कुलपति श्री सिंह ने यूसेट के शिक्षक व निदेशक के साथ बैठक की उक्त फरमान जारी किया।

16 को होगी क्रेडिट बेस्ड सिस्टम पर कार्यशाला

च्वायस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम विषयक कार्यशाला 16 मई को आयोजित की जायेगी। उक्त संदर्भित तैयार नियमावली पर विशेषज्ञों की राय ली जायेगी। उसके बाद इसे लागू किया जायेगा। यह फैसला कुलपति डॉ. गुरदीप सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को आयोजित विभागाध्यक्षों की बैठक में लिया गया। मालूम हो कि इसी आधार पर भावी सत्र यानी जुलाई से स्नातक स्तर पर समसत्र प्रणाली लागू की जायेगी।

कैंपस सेलेक्शन आज

मार्खम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में आज 11 बजे पूर्वाह्न कैंपस सेलेक्शन कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। यह जानकारी देते हुए प्राचार्य डॉ. बालेश्वर प्रसाद सिंह ने सोमवार को बताया कि आईसीआईसीआई प्रडेंशियल साक्षात्कार आयोजित करेगा, जिसमें वाणिज्य व अर्थशास्त्र विषयक स्नातक भाग लेंगे। प्लेसमेंट अधिकारी डॉ. चंदन कुमार इसके आयोजक होंगे। अब तक 100 विद्यार्थी साक्षात्कार के लिए पंजीकृत हो चुके हैं। साक्षात्कार कार्यक्रम जंतु विज्ञान विभाग कक्ष में होगा।

शिक्षकेतरों की मांग जायज

शिक्षकेतरों के आंदोलन के समापन पर एनएसयूआई जिलाध्यक्ष प्रकाश कुमार यादव ने कुलपति डॉ. गुरदीप सिंह को साधुवाद ज्ञापित किया है। उन्होंने कुलपति जी से सोमवार को मुलाकात की व कहा कि शिक्षकेतरों की मांग जायज है। उन्होंने बीएड की प्रायोगिक परीक्षा में कम अंकन होने की शिकायत की। कुलपति डॉ. सिंह ने कहा कि यदि जान बूझकर कम अंक देने की शिकायत मिलेगी तो पुनर्परीक्षा भी संभव होगी।


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