अवैध वसूली से त्रस्त बालू ट्रैक्टर संघ हड़ताल पर
संस, हजारीबाग : राज्य में ठेकेदारों के चंगुल से बालू को मुक्त कराकर ग्राम सभा को सौंपने के बाद अब
संस, हजारीबाग : राज्य में ठेकेदारों के चंगुल से बालू को मुक्त कराकर ग्राम सभा को सौंपने के बाद अब संबंधित थानों की गिद्ध दृष्टि गड़ गई है। आलम यह है कि नाजायज मांगों से त्रस्त बालू ट्रैक्टर संघ हड़ताल पर चले गए है। पिछले तीन दिनों से मुख्यालय में बड़कागांव क्षेत्र से एक भी ट्रैक्टर बालू नहीं आया है। स्थिति यह है कि संबंधित थाना क्षेत्र से होकर गुजरने वाले ट्रैक्टरों से उगाही के लिए बकायदा आदमी भी नियुक्त कर दिया गया है। यह सारा खेल बोकारो नदी से उठकर आने वाला बालू का है। जहां प्रत्येक दिन वसूली अभियान संबंधित क्षेत्र में पड़ने वाला थाना से होता है। एक माह पहले भी संबंधित थाना क्षेत्र से होकर गुजरने वाले बालू लदे ट्रैक्टरों ने वसूली को लेकर एक सप्ताह तक हड़ताल पर चले गए थे। बाद में किसी तरह बात बनी तो बालू का उठाव चालू हुआ। लेकिन एक बार फिर ज्यादा कमीशन की चाहत में नाजायज नजराना से तंग बालू ट्रैक्टर संघ ने बालू उठाव नहीं करने का फैसला लिया है। सुत्रों की माने तो संबंधित क्षेत्र में पड़ने वाले थाना बड़कागांव व कटकमदाग को प्रति ट्रैक्टर के हिसाब से कमीशन दिया जा रहा था। लेकिन इस बार अधिक कमीशन की मांग की जा रही है। जिसका विरोध बालू संघ कर रहा है। कमीशन नहीं देने वाले टै्रक्टरों को जेल भेजने की धमकी दी जा रही है।
पांच सौ रखा गया है जुर्माना
नाजायज मांग को लेकर ट्रैक्टर संघ ने इस दौरान बालू उठाव करने वाले ट्रैक्टरों को पांच सौ रुपए प्रति ट्रैक्टर जुर्माना तय किया गया है। जुर्माना और संघ की डर से क्षेत्र से एक भी ट्रैक्टर मुख्यालय बालू नही लेकर आ रहे है। औने पौने दाम पर बिक रहा है बालू
बड़कागांव क्षेत्र का बालू प्लस्तर के लिए बेहतर माना जाता है। पिछले चार दिनों से बालू की हड़ताल के कारण शहर में किल्लत पैदा हो गया है। एक पांच दिन पहले तक एक हजार रुपए में बिकने वाला बालू सोमवार को 15 सौ और 17 सौ रुपए में बेचा जा रहा था।
क्या कहते है पदाधिकारी
मामला अभी संज्ञान में आया है। डीएसपी स्तर के अधिकारी से इसकी जांच कराउंगा। किसी भी अधिकारी या पुलिसकर्मी इसमें संलिप्त होंगे तो उनपर निश्चित तौर पर कठोर कार्रवाई होगी - एसपी अखिलेश झा