चौपारण में आगनबाड़ी कार्यालय भगवान भरोसे
संसू, चौपारण : प्रखंड मुख्यालय स्थित आगनबाड़ी केंद्र में गुरुवार को घटित घटना का पटाक्षेप हो गया है।
संसू, चौपारण : प्रखंड मुख्यालय स्थित आगनबाड़ी केंद्र में गुरुवार को घटित घटना का पटाक्षेप हो गया है। कार्यालय में किसी भी कर्मी के उपस्थित नहीं रहने पर बीडीओ सागर कुमार व उप प्रमुख सीताराम साहु द्वारा की गई तालाबंदी को हटा लिया गया। दरअसल प्रखंड के 172 आगनबाड़ी केंद्र भगवान भरोसे चल रहे हैं। आंगनबाड़ी कार्यालय कि स्थिति यह है कि यहां न कोई अधिकारी नजर आता है न ही चपरासी। कभी निगरानी हुई और पकड़े गए तो तरह-तरह के बहाने बनाए जाते हैं।
चौपारण प्रखंड में आंगनबाड़ी
केंद्रों के सफलतापूवर्क संचालन के लिए सीडीपीओ के अतिरिक्त आठ पर्यवेक्षिकाएं, एक साख्यिकी सहायक, एक नाजिर व एक चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी नियुक्ति है। इनमें से सीडीपीओ का प्रभार अभी बरकट्टा के सीडीपीओ अंजू कुमारी के अतिरिक्त प्रभार में चल रहा है। वहीं आठ में से महज पाच पर्यवेक्षिका वर्तमान में कार्यरत हैं। इनमें से तीन क्रमश: शाहिन परवीन, अंजनी कुमारी, अनु श्री की नियुक्ति इसी माह हुई है, जबकि श्यामा कुजूर व वाणी हलधर पूर्व से कार्यरत हैं। वहीं नाजिर व साख्यिकी सहायक व चर्तुथ श्रेणी के कर्मी को भी बीते दिन जाच में गायब पाया गया। इसी की जाच अनुमंडलाधिकारी ज्योत्सना सिंह ने की। इसमें सभी को अनुपस्थित पाया गया था। पूरा कार्यालय एक निजी सहायक के हाथों था। इधर उपप्रमुख सीताराम साहु ने एसडीओ से शिकायत करते हुए कहा कि कार्यालय में चपरासी से लेकर अधिकारी तक कोई मुख्यालय में नहीं रहता। सरकार की योजना का सफलतापूर्वक संचालन हो इसके लिए प्रयास होना चाहिए। विभाग में सुधार नहीं हुआ तो राजधानी तक मामले को ले जाएंगे।
बुरा हाल है कार्यालय का
अधिकारी के अभाव में कार्यालय का बुरा हाल है। कार्यालय में पोषाहार के लिए रेडी टू ईट पैकेट को अक्सर भ्रमणशील पशु चाटतें नजर आते हैं। शुक्रवार को भी कार्यालय में बकरी घुमती नजर आई।
पर्यवक्षिका का पक्ष
सुपरवाइजर श्यामा कुजूर व वाणी हलधर ने कहा कि निरीक्षण के दिन हम क्षेत्र में जाच कर रहे थे। हम दोनों उपस्थित थे जबकि नाजिर ने कहा कि वह जिला में सरकारी कार्य के लिए रुका था।