शव के साथ परिजनों ने जाम किया झंडा चौक
हजारीबाग : मां शबरी जयंती जुलूस के दौरान मंगलवार देर शाम छज्जा गिरने से घायल लोगों के इलाज में लापर
हजारीबाग : मां शबरी जयंती जुलूस के दौरान मंगलवार देर शाम छज्जा गिरने से घायल लोगों के इलाज में लापरवाही से हुई दो मौत को लेकर बुधवार सुबह शहर में हंगामा बरपा हो गया। इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों व शव के साथ दर्जनों की संख्या में आए मोहल्ले वासियों ने शहर के हृदयस्थली झंडा चौक को जाम कर दिया। इलाज में लापरवाही के लिए परिजन सीएस को दोषी ठहराते हुए गिरफ्तार करने की मांग करने लगे। हो-हंगामा और मान मनौव्वल के एसडीओ संदीप कुमार, सीओ राजीव कुमार तथा थाना प्रभारी विश्वनाथ सिंह की पहल पर जाम हटा। जाम का नेतृत्व वार्ड पार्षद काजल मुखर्जी कर रही थी।
इस दौरान जाम के कारण शहर की यातायात व्यवस्था चरमरा गई। यातायात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को नाको चने चबाने पड़े। इससे पूर्व अस्पताल में भी घायलों का दम तोड़ने से देर रात तक हंगामा होता रहा। हंगामा से रात भर अस्पताल में मरीज और उनके परिजन दहशत में रहे।
मंगलवार शाम माता शबरी के जुलूस देखने के दौरान छज्जा गिरने से नौ लोग घायल हो गए थे। बाद में इलाज के दौरान सावित्री देवी व उषा देवी की की मौत हो गई थी। परिजन इलाज में लापरवाही बरतने की बात करते हुए रात में ही हंगामा करना प्रारंभ कर दिया था। सुबह पोस्टमार्टम के बाद करीब 10 बजे झंडा चौक को शव रखकर जाम कर दिया।
जाम से हलकान रहे स्कूली बच्चे व परीक्षार्थी
लापरवाही का आरोप लगाते हुए दर्जन भर लोगों द्वारा झंडा चौक जाम कर देने से घंटो स्कूली बच्चे बस में बैठे रह गए। वहीं मैट्रिक की परीक्षा देने आ रहे विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों के परीक्षार्थी भी जाम में फंस गए। करीब 11 बजे तक मौत पर राजनीति होती रही और स्कूली बच्चे तथा परीक्षार्थी बिलखते रहे। किसी तरह थाना प्रभारी विश्वनाथ सिंह स्कूली बच्चे तथा परीक्षार्थियों को जाम से निकलने में सफल रहे।