फिर पुरानी राह पर नप, पार्षदों ने खोला मोर्चा
हजारीबाग : नगर पर्षद एक बार फिर से अपनी पुरानी राह पर चल पड़ा है। नप में अब विकास की बात पीछे छूट गई
हजारीबाग : नगर पर्षद एक बार फिर से अपनी पुरानी राह पर चल पड़ा है। नप में अब विकास की बात पीछे छूट गई है और फिर से विवाद गहराता जा रहा है। नप अध्यक्षा अंजलि कुमारी की कार्यशैली से नाराज 27 पार्षदों ने मोर्चा खोल इसकी पुष्टि भी कर दी है। इससे पहले भी पुराने कार्यकाल में अध्यक्षा अंजलि कुमारी को पार्षदों की नाराजगी झेलनी पड़ी थी। तब नप अध्यक्षा की कार्यशैली से नाराज 30 पार्षदों ने उनके खिलाफ मत देकर उन्हें नप की कुर्सी छोड़ने को मजबूर कर दिया था। उनका कहना था कि विकास की जगह विभाग में विनाश हो रहा है। एक बार फिर उसी राह पर चलते हुए वर्ष 2015 में 27 पार्षदों ने नप अध्यक्षा तथा उनके पीए के खिलाफ मोर्चा खोला है। पार्षद इस बात से नाराज हैं कि नप अध्यक्षा के पीए अनावश्यक रूप से नप के कामकाज में दखल देते हैं। वहीं दूसरी ओर अन्य पांच पार्षद ने अब तक इसे लेकर अपना कोई रुख स्पष्ट किया है। ऐसे में एक बार फिर से नप पर विवादों के बादल गहराने लगे हैं।
- सरकारी कार्य में बाहरी व्यक्ति का हस्तक्षेप स्वीकार नहीं है। स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में यह निर्णय यह पहले हीं हो चुका कि नप की किसी भी बैठक में बाहरी व्यक्ति शामिल नहीं हो सकता है। अगर पार्षदों को लगता है कि कोई बाहरी व्यक्ति सरकारी कार्य में हस्तक्षेप कर रहा है तो मैं पार्षदों के साथ विरोध दर्ज कराउंगा।
- आनंद देव, उपाध्यक्ष नप