सेरोगेट मदर मामले में छह पर प्राथमिकी
संस, हजारीबाग : सेरोगेसी स्वीकार कर दहेज प्रताड़ना से खुद को तथा परिजनों को बचाने के लिए मौत को गले लगाने वाली रंजीता कांड में शुक्रवार को सदर थाने में छह लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। मृतका की मां मधुबाला कुमारी के बयान पर सदर पुलिस ने पति विक्की लाल, ससुर भैया विपिन बिहारी लाल, सास आशा लाल, देवर निक्की लाल, नंदोसी अभय कुमार सिन्हा तथा ननद सोनी सिन्हा पर हत्या, दहेज प्रताड़ना आदि विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी की तलाश प्रारंभ कर दी है। ज्ञात हो पूरे मामले में एसपी मनोज कौशिक को मामले की जानकारी मिलते ही सदर थाना पुलिस को त्वरित मामला दर्ज कर जांच करने का आदेश दिया था। शुक्रवार को आदेश की तामीला करते हुए सदर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की धर-पकड़ प्रारंभ कर दिया है।
क्या है मामला
पीड़िता रंजीता रामनगर की रहने वाली थी। उसकी शादी 2008 में ओकनी निवासी विक्की लाल से हुई थी। उससे एक बच्चा बड़ा ऑपरेशन से हुआ था। उस वक्त डाक्टरों ने दूसरी बार मां बनने से परहेज करने का स्पष्ट निर्देश दिया था। बताया गया कि उसे हार्ट की समस्या है। मां बनने पर उसकी जान जा सकती है। लेकिन दहेज को लेकर प्रताड़ित किए जाने वाली रंजीता को ननद की गोद भरने के लिए जबरन प्रेरित किया गया। न चाहते हुए भी उसने अपनी बदकिस्मती के कारण अपने मायके वाले को परेशानी में न डालने की चाहत में मां बनना स्वीकार कर लिया। बाद में प्रसव के दौरान रांची में 26 जुलाई को इसकी मौत हो गई। पूरे मामले में ससुराल पक्ष से जानकारी छुपाई गई। भेद मौत के बाद तब खुला जब परिजनों को डाक्टर ने मौत के कारण बताया।