अंकेक्षण दल ने पेश नहीं की सही तस्वीर : डीसी
जासं, हजारीबाग : हाल के दिनों में जिले में संपादित हुए मनरेगा सामाजिक अंकेक्षण में अंकेक्षण दलों द्वारा अधूरे कार्यो, बकाया मजदूरी जैसी बातों को नहीं उठाया जाना बेहद निराशाजनक है। लगता है अंकेक्षण दलों ने सही तस्वीर पेश नहीं की। यह बातें उपायुक्त सुनील कुमार ने गुरुवार को स्थानीय नगर भवन में मनरेगा सामाजिक अंकेक्षण प्रतिवेदन के संकलन संबंधी कार्यशाला में कही। उन्होंने इसमें सुधार की आवश्यकता जताई। साथ ही सभी जनप्रतिनिधियों को अपने दायित्वों का भलीभांति निर्वह्न करने और पदाधिकारियों को अपनी कार्यशैली में सुधार लाने को कहा। कार्यशाला में जिला स्तरीय पदाधिकारी के साथ पंचायत प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। कार्यशाला का शुभारंभ निदेशक डीआरडीए व एनईपी पदाधिकारी वीरेन्द्र कुमार ने विभिन्न प्रखंडों में हुए सामाजिक अंकेक्षण के प्रतिवेदन की संक्षेप में प्रस्तुित दी।
योजनाएं 10 हजार, शिकायतें सिफर
कार्यशाला में उपायुक्त ने सभी जनप्रतिनिधि एवं पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिले में 10 हजार योजनाएं चल रही है जिसमें 3500 कुआं तथा शेष तालाब, मिट्टी मोरम रोड एवं जमीन समतलीकरण का कार्य चला। इसके बावजूद किसी भी सामाजिक अंकेक्षण दल द्वारा योजना अधूरी रहने की बात नहीं उठाई गयी न ही मजदूरी बकाया भुगतान या अन्य मुद्दों पर जानकारी प्राप्त की। गांव के समुचित विकास के लिए योजनाओं का सही तस्वीर सामने लाना होगा। ज्याद से ज्यादा मजदूरों को मनरेगा योजना के तहत रोजगार उपलब्ध कराते हुए विकास कायरें को गति देनी होगी। मनरेगा के माध्यम से अन्य राज्यों का विकास हो रहा है हमें भी ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस योजना से जोड़ कर क्षेत्र के विकास के साथ आर्थिक समृद्धि लानी होगी।
कार्यशाला में थे मौजूद
सामाजिक अंकेक्षण प्रतिवेदन कार्यशाला में उपायुक्त सुनील कुमार, जिला परिषद अध्यक्ष बीके जायसवाल, उपविकास आयुक्त रविंद्र प्रसाद ंिसंह, सदर एसडीओ जुगनू मिंज सहित सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, सभी प्रमुख, सभी पंचायत के मुखिया व अन्य पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे।