पेय जल समस्या ने लिया विकराल रूप
स्ास, पदमा : पदमा में गर्मी की ने अपना असर दिखाना प्रारंभ कर दिया है। प्रखंड के दर्जनों विभिन्न गांवों में पेय जल समस्या विकराल रूप धारण करने लगी है। सूखते तालाब और कुओं के साथ नल ने आम के साथ साथ वन्य जीवन भी बुरी तरह प्रभावित होने लगा है। प्रखंड के करर, सरैया, घियाही, दोनय, गरवा, कुटीपीसी, नावाडीह सहित कई अन्य गॉवों के कुंए सुख चुकें हैं, कई सुखने के कगार पर है। सबसे बड़ी समस्या गांव में बहने वाली इन बरसाती नदियों में ईट भट्टों के संचालकों द्वारा जगह जगह पानी बांध देने से यह पूरी तरह सूख गई है। जिसके कारण गांवों के साथ साथ जंगली प्राणी के लिए भी पानी पर संकट पैदा कर दी है। वहीं प्रखंड में मरम्मत की आस में बेकार पड़े चापानल भी लोगों को प्यास बुझाने में असमर्थ हो रही है। क्षेत्र के लिए वरदान बनी 1975 में निर्मित जल मीनार 1993 में से बंद है। चोरों ने इसकी बिजली तार चोरी कर ली थी। जो आज तक नहीं चालू हो पाया है। जबकि इस मसले में हाईकोर्ट ने भी विभाग को कड़ी फटकार लगाई थी। फिर भी यह चालू नहीं हो पाया है।