प्रतिमाह टीबी के दो संभावित रोगी खोजें स्वास्थ कर्मी : डॉ. खेस
रायडीह : रायडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में बुधवार को यक्ष्मा नियंत्रण व उन्मूलन विषय पर प्रशिक्
रायडीह : रायडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में बुधवार को यक्ष्मा नियंत्रण व उन्मूलन विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राज्य अनुश्रवण समिति के प्रशिक्षक शशिकांत नायक ने रायडीह के एएनएम, एमपी डब्ल्यू, क्षेत्रीय स्वास्थ्य कर्मियों को यक्ष्मा के कारण, लक्षण और परामर्श सह उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने यक्ष्मा नियंत्रण के लिए आए नए परिवर्तित मार्गदर्शिका के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि प्रशिक्षु स्वास्थ्य कर्मियों के बल पर यक्ष्मा का उन्मूलन संभव है। उन्होंने यक्ष्मा नियंत्रण के लिए प्रभावी ढंग से क्षेत्र में काम करने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को प्रेरित किया।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सह एमओटीसी डॉ.दिलीप कुमार खेस ने सभी स्वास्थ्य कर्मियों को प्रतिमाह दो संभावित रोगियों को खोज करने का लक्ष्य दिया। उन्होंने कहा कि यक्ष्मा के संभावित रोगियों को चिह्नित कर उसका जांच व उपचार करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि यक्ष्मा रोगियों की एचआइवी और डायबिटिज की भी जांच कराना अनिवार्य है।
डॉ. खेस ने कुपोषण उपचार केन्द्र के बच्चों का भी बलगम जांच कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह संक्रामक बीमारी है। यह सांस से फैलती है। इसलिए स्वास्थ्य कर्मियों को भी सावधानी से इस पर काम करने की जरूरत है।
प्रशिक्षण में राजेश कुमार, एलेक्सीयुस एक्का, प्रतिमा कुमारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।