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मनुष्य की सच्ची सेवा करना अन्ना धर्म का उद्देश्य

रायडीह : मांझाटोली स्थित संत अन्ना बालिका मध्य सह उच्च विद्यालय में मंगलवार को संत अन्ना पर्व धूमधाम

By Edited By: Published: Tue, 26 Jul 2016 06:23 PM (IST)Updated: Tue, 26 Jul 2016 06:23 PM (IST)
मनुष्य की सच्ची सेवा करना अन्ना धर्म का उद्देश्य

रायडीह : मांझाटोली स्थित संत अन्ना बालिका मध्य सह उच्च विद्यालय में मंगलवार को संत अन्ना पर्व धूमधाम से मनाया गया। सुपीरियर सिस्टर ज¨सता कुजूर ने पर्व की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रांची जिले के मांडर प्रखंड के सरगांव में 1997 ई को माता बेर्नादेत सिस्टर सीसिलिया सिस्टर बेरोनिका और सिस्टर मेरी ने संत अन्ना धर्म समाज की स्थापना की थी। आज विश्व के भारत ,जर्मनी ,इटली में कुल 1041 धर्म बहने संस्था को आगे बढ़ा रही हैं। उन्होंने कहा कि धर्म बहनों का मुख्य कार्य प्रेरिताई, शिक्षा, रोगियों की सेवा,समाज सेवा,धर्म का ज्ञान देना है। विद्यालय,नर्सिंग स्कूल और सिलाई सेंटर स्थापित करके सिस्टर गण उपेक्षित व वंचित जन जातीय, दलित और समाज के अन्य पिछड़े महिलाओं का उत्थान करने का कार्य कर रही हैं। उन्हें शिक्षित कर स्वावलंबी बना रही हैं। प्रधानाध्यापिका सिस्टर पुष्पा खेस्स ने कहा कि बालिकाओं से कहा कि प्रार्थना में दृढ़ विश्वास,सेवा भावना ,प्रेम, धैर्य रखते हुए निरंतर पढ़ाई करें, आगे बढ़ें और भावी जीवन को सुखमय बनाएं। इसके पूर्व पल्ली पुरोहित फादर जॉन डुंगडुंग फादर प्रेम प्रकाश इंदवार ,फादर इग्नासियुस ¨मज, फादर विजय तिग्गा ने मिस्सा पूजा कराया। छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में असमिया, नागपुरी, आदिवासी फिल्मी गीत पर एक से बढ़कर एक डांस की प्रस्तुति की। इस मौके पर सिस्टर माता मरियम लकड़ा,सिस्टर स्वाति,सिस्टर जयमंति तिर्की,सिस्टर मंजरेलो,सिस्टर अमृता,अनस्तासिया ¨मज, फुल्केरिया केरकेट्टा,कुसुम बेक,फातिमा ज¨सता किण्डो,नीलम कुजूर ,संतोष प्रसाद,संदीप कुजूर आदि उपस्थित थे।


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