बाल बंदियों के उपलब्ध सुविधाओं का लिया जायजा
गुमला : गुमला के सिलम स्थित बाल संप्रेक्षण गृह में गुरुवार को यूनिसेफ की राज्यस्तरीय टीम ने दौरा कर
गुमला : गुमला के सिलम स्थित बाल संप्रेक्षण गृह में गुरुवार को यूनिसेफ की राज्यस्तरीय टीम ने दौरा कर वहां बाल बंदियों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। यूनिसेफ के राज्य समन्वयक धमेंद्र कुमार ने वहां की वस्तुस्थिति की जानकारी हासिल की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बाल बंदियों की सुविधाओं को लेकर गंभीर है, इसलिए राज्य के सभी बाल संप्रेक्षण गृह में उपलब्ध सुविधओं का आंकड़ा इकट्ठा कर सुविधाएं बहाल करने की तैयारी कर रही है। संप्रेक्षण गृह में बाल बंदियों को मिलने वाली सुविधाओं का आंकलन करते हुए कमरा, वार्ड, किचन, पुस्तकालय, पाठशाला, बिस्तर आदि के बारे में विस्तृत जानकारी ली गई। किशोर न्याय बोर्ड की व्यवस्था, उनके फर्नीचर आदि के बारे में भी रिपोर्ट तैयार किया गया। बाल बंदियों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं के बारे में पूछताछ की गई। बाल बंदियों ने बताया कि उनके पास बाल्टियों की काफी कमी है। साथ ही पठन-पाठन में होने वाली कठिनाइयों केबारे में भी बताया गया। लोहरदगा के बाल बंदियों ने बताया कि दूरी के कारण उनके अभिभावक उनसे मिलने नहीं आ पाते। न्याय बोर्ड में उनकी सुनवाई भी नहीं हो पा रही है। नक्सली बंदी के दिन उनकी तारीख पड़ने पर उन्हे सुनवाई के लिए लोहरदगा नही ले जाया जाता। जिससे अगली तारीख मिल जाती है और सुनवाई में और विलम्ब होती है। श्री कुमार ने बाल संरक्षण ईकाई के सदस्यों से अभावों का विस्तृत डाटा तैयार कर राज्य सरकार को भेजने की बात कही है। मौके पर संप्रेक्षण गृह मौ. नदीम, बाल संरक्षण ईकाई के संजय कुमार, अधिवक्ता वेदप्रकाश तिवारी आदि मौजूद थे।