दक्षिणी कोयल पहुंची सूखने की कगार पर
बसिया : गुमला जिला की लाइफ लाइन समझी जानेवाली दक्षिणी कोयल नदी सूखी हुई दिख रही है तो कुछ जगहों पर उ
बसिया : गुमला जिला की लाइफ लाइन समझी जानेवाली दक्षिणी कोयल नदी सूखी हुई दिख रही है तो कुछ जगहों पर उसकी जलधारा सिकुड़ी हुई है। कई रमणीक और धार्मिक स्थलों यथा नागफेनी और बाघमुंडा का श्रृंगार करनेवाली यह नदी जिले के कई भागों में प्यास बुझाने का काम करती है। जिला मुख्यालय गुमला और प्रखंड मुख्यालय बसिया में इसी नदी का पानी पीने के लिए उपलब्ध है। बसिया में नदी की चौड़ी पाट में बहती पतली जलधारा इस भीषण गर्मी में प्यास बुझाने की आस जगा रही है। लेकिन सवाल उठता है कितने दिनों तक। यही आम लोगों के चिंता का मुख्य विषय भी है।
प्रचंड गर्मी के कारण बसिया व कोनबीर का लाइफ लाइन दक्षिण कोयल नदी सूख चुका है। नदी में पानी के जगह बालू ही बालू नजर आ रहा है। पारा 40 डिग्री को पार कर गया है और इंसान व जानवर अपनी जान की रक्षा के लिए पानी की तलाश कर रहे हैं। बसिया में दक्षणी कोयल नदी का पानी सुख जाने के कारण बसिया व कोनबीर में पेयजल आपूर्ति पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है। नदी के सूखने से आम जन जीवन के अलावे मवेशियों को भी पानी की समस्या उत्पन्न हो गयी है। कोयल नदी के साथ-साथ अन्य छोटी छोटी नदियां, कुंआ, हैंडपंप का पानी भी सूखने के कगार में है। प्रखांड के सबसे बड़ी नदी कोयल नदी का पानी सूखने से टेंगरा, बोंगोलोया, जोलो, लुंगटु, तानालोया, कुलुसेरा, निनई, लवाकेरा, मझकेरा, तेतरा, पखनाटोली, कोनबीर, बसिया, गुड़ाम, बम्बियारी, सुकुरडा, कोनसकेली आदि गांव का जनजीवन पानी का आभाव झेल रहा है।
मुख्य रूप से कोयल नदी का पानी सूखने से बसिया एवं कोनबीर में पानी का आपूर्ति बंद हो जायेगा। समय हलपहले समस्या समाधान के लिए प्रशासन द्वारा उपाय नहीं किया गया पानी के लिए हाहाकार मच जायेगा।