लोहड़ी गांव में मजदूरों का भुगतान अब भी है लंबित
बसिया : मनरेगा आयुक्त सिद्धार्थ त्रिपाठी ने पिछले दिनों बसिया के लोहड़ी में मनरेगा के कार्यो की जमीनी
बसिया : मनरेगा आयुक्त सिद्धार्थ त्रिपाठी ने पिछले दिनों बसिया के लोहड़ी में मनरेगा के कार्यो की जमीनी हकीकत जानने का प्रयास किया था । प्रखंड प्रशासन और स्वयं सेवी संस्था प्रदान ने मनरेगा आयुक्त को यह दिखाने का प्रयास किया था कि मनरेगा योजनाओं के क्रियान्वयन से यहां के मजदूर काफी खुश हैं। जिला व प्रखंड के अधिकारियों ने आयुक्त को समझाने में सफल भी रहे और बसिया प्रखंड का मनरेगा में एक अच्छा उपलब्धि का आकलन कर वापस चले गए। लेकिन इस गांव में विकास योजनाओं का हकीकत कुछ और बयां कर रही है। बकरी शेड लाभुक रंदाय देवी ने बताया की योजना पूर्ण हो जाने के बाद भी अभी तक एक भी मजदूरी भुगतान नहीं हुआ है जिससे मजदूर जिल्हा उरांव, करई देवी, तुलसी उरांव, राणे उरांव, ललित उरांव, बनु उरांव के नाम शामिल हैं। बकरी शेड लाभुक रूपन उराईन के योजना में मजदूर विमल उरांव का मजदूरी लम्बित है। बकरी शेड लाभुक रौशनी टोप्पो के योजना में मजदूर दिलीप उरांव का मजदूरी भुगतान लंबित है। डोभा योजना के लाभुक सरो उरांव के योजना में मजदूर पाण्डु उरांव, पलटू उरांव का मजदूरी भुगतान लम्बित है। इन्ही कारणों से मजदूर मनरेगा में कार्य नहीं करना चाहते हैं और रोजगार की तलाश में पलायन करने को मजबूर भी हो जाते हैं। आयुक्त ने अपने बसिया भ्रमण में लंबित व बकाया मजदूरी को अविलम्ब भुगतान करने का भी निर्देश दिया था लेकिन अब तक आयुक्त के आदेश का प्रखंड में अनुपालन नहीं हो सका।