Move to Jagran APP

प्रशासन का सील तोड़ हो रहा क्रेशर संचालित

गुमला : जिला प्रशासन के आदेश को धत्ता बताते हुए संचालकों ने फिर से अवैध क्रेशर से उत्पादन शुरू कर दि

By Edited By: Published: Mon, 30 Mar 2015 07:08 PM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2015 07:08 PM (IST)
प्रशासन का सील तोड़ हो रहा क्रेशर संचालित

गुमला : जिला प्रशासन के आदेश को धत्ता बताते हुए संचालकों ने फिर से अवैध क्रेशर से उत्पादन शुरू कर दिया है। हुआ यह था कि खनन विभाग से बिना अनुमति व अनुज्ञप्ति लिए कुछ लोग अवैध तरीके से क्रेशर चला रहे थे। जिला प्रशासन के आदेश से अधिकारियों ने उन क्रेशरों को सील कर दिया था। सील करने के बाद अधिकारी आगे की कार्रवाई करने में उदासीन रहे। सील क्रेशरों के संचालकों ने प्रशासन के सील को तोड़ कर अपना व्यवसाय आरंभ कर दिया है।

loksabha election banner

ज्ञातव्य है कि गुमला के वरिसा टोंगरी में कई क्रेशर संचालकों द्वारा जिला प्रशासन की कार्रवाई को ठेंगा दिखाते हुए क्रेशर संचालित किया जा रहा है। बगैर चालान के ही चिप्स व पत्थर की बिक्री भी धड़ल्ले से की जा रही है। यह सब खनन विभाग के नाक के नीचे हो रहा है।

खनन विभाग के पदाधिकारियों को इस तरह की जानकारी होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं किया जाना विभागीय अधिकारियों की उदासीनता को दर्शाता है। प्रशासन द्वारा सील किए गए क्रेशर का संचालन सील तोड़कर किए जाने के बाबत पूछे जाने पर खनन पदाधिकारी राजेश फूलजेम्स लकड़ा ने बताया कि वे विभागीय कार्यों में व्यस्त हैं एवं उन्हें इस तरह की सूचना नहीं मिली है।

उपायुक्त गौरी शंकर ¨मज ने बताया कि उन्हें भी प्रशासन द्वारा किए गए सील को तोड़कर क्रेशर का संचालन होने की सूचना मिली है। वे इसकी जांच कराकर वैसे क्रेशर संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। ज्ञातव्य है कि दो माह पूर्व बगैर कागजात के संचालित हो रहे एक दर्जन से ज्यादा क्रेशरों को उपायुक्त के आदेश पर छापामारी कर सील किया गया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.