अपने जीवन के मूल्यों को पहचानें
गुमला : गुमला के संत पात्रिक महागिरिजा घर में रविवार को खजूर पर्व पर मिस्सा का आयोजन किया गया। इस अव
गुमला : गुमला के संत पात्रिक महागिरिजा घर में रविवार को खजूर पर्व पर मिस्सा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अधिष्ठाता के रूप में उपस्थित संत जेवियर कॉलेज रांची के बिशप चार्ल्स सोरेंग व गुमला धर्मप्रांत के बिशप पाल लकड़ा ने संयुक्त रूप मिस्सा पूजा कर खजूर पर्व की संपूर्ण धर्मविधि संपन्न कराई। समारोह में उपस्थित धर्म विश्वासियों को संबोधित करते हुए बिशप चार्ल्स ने कहा कि ख्रीस्त धर्मावलंबियों के लिए समय पवित्र सप्ताह में प्रवेश कर रहा है। इस सप्ताह धर्मविश्वासियों को प्रभु का स्मरण करना होगा एवं मानव की भलाई के लिए प्रार्थना करनी होगी। मानव को अपने जीवन के मूल्यों का पहचाने की जरुरत है। तभी मानव समाज की भलाई में अपना योगदान दे सकता है। जब प्रभु यीशु युरुसेलम में प्रवेश किए थे तो वहां की जनता ने उनका जैतून की पत्ती व खजूर की डाली से स्वागत किया था। प्रभु यीशु मानव जीवन की भलाई के लिए धरती पर अवतरित हुए थे एवं अपना पूरा जीवन मानव की भलाई के लिए समर्पित कर दिया था। उन्होंने धर्म विश्वासियों से प्रभु यीशु के दिखाए रास्ते पर चलकर मानव सेवा में अपनी जीवन समर्पित करने की बात ही। कार्यक्रम में बिशप पाल लकड़ा ने कहा कि प्रभु यीशु का सारा जीवन मानव सेवा में समर्पित था। जिस तरह प्रभु यीशु ने मानव जीवन की भलाई के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया उसी तरह हमें भी दूसरों के दुख-सुख में भागीदारी बनते हुए सेवा भाव दिखाने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि राजा वही होता है जो दूसरे के दुख व पाप का बोझ खुद पर लेने का काम करता है। इससे पूर्व धर्मविश्वासियों ने अपने हाथों में खजूर की डाली लेकर जुलूस की शक्ल में महागिरिजा से सिसई रोड होते हुए चर्च का भ्रमण कर वापस संत पात्रिक मैदान में इक्ट्ठा हुए। कार्यक्रम में विकर जनरल फादर सिप्रियन कुल्लू, जॉन अलबर्ट बाड़ा, फादर प्रदीप, फादर सामुवेल कुजूर, फादर सिप्रियन केरकेट्टा, फादर जॉन एक्का, फादर थामस बारला, फादर मनोहर खोया, कल्याण कुजूर, फादर संदीप, उर्सलाईन, मदर टेरेसा चैरिटी, संत चार्ल्स व संत अन्ना समाज की धर्म बहने सहित धर्म विश्वासी उपस्थित थे।