फूल की खेती ने दिखाई स्वावलंबन की राह
हौसला व कुछ करने का जज्बा हो कोई भी काम आसान हो जाता है। हौसला व जज्बा के बदौलत ही तो प्रखंड के मारा
हौसला व कुछ करने का जज्बा हो कोई भी काम आसान हो जाता है। हौसला व जज्बा के बदौलत ही तो प्रखंड के मारासिल्ली पहाड़टोली निवासी किसान नंदवा उरांव ने अपनी मेहनत और हौसला के बदौलत गुलजार कर दिया। आज वह उसी जमीन पर गेंदा की फूल की खेती कर रहा है। कभी पैसे-पैसे के लिए मोहताज नंदवा आज फूल बेचकर अच्छी खासी कमाई कर रहा है।
किसान नंदवा उरांव ने बताया कि चार माह पूर्व रांची के कचहरी के समीप फूल की दुकान देख उसके मन में भी फूल की खेती करने की सूझी। इसके बाद उसने दुकान से गेंदा फूल के हाइब्रिड बीज एवं पौधे तैयार करने के तरीकों की जानकारी हासिल कर उसे अपने ढाई एकड़ के बंजर पड़े जमीन पर मेहनत कर खेती की। काफी दूर स्थित एक कुआं से पटवन की व्यवस्था की। बताया कि आज उसके खेत में गेंदा का फूल लहलहा रहे हैं एवं रोजाना खेतों से फूल को तोड़कर भरनो के अलावे बेड़ों व रांची में भी भेजने का काम करता है।
बताया कि खेती में 25 हजार रुपये की लागत आई थी एवं खेती से चार गुणा मुनाफा होने की उम्मीद है। आगे और भी बड़े पैमाने पर फूल की खेती करने की उसकी योजना है। दुर्गापूजा, दीपावली व छठ पर्व पर उसके फूल की खपत बढ़ने एवं इससे अच्छी आमदनी होने की बात कही।