बिजली के अभाव में नहीं हो रहा इंसीनेटर का उपयोग
गुमला : सदर अस्पताल में प्रयुक्त रसायन एवं मलहम पट्टी को नष्ट करने के लिए लाखों रुपये की लागत से तैयार किए गए इंसीनेटर उद्घाटन की बाट जोह रहा है। इंसीनेटर का मशीन एवं चिमनी पिछले एक वर्ष से ज्यादा समय से बनकर तैयार है। इंसीनेटर का परीक्षण भी हो चुका है। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. एलएनपी बाड़ा ने इंसीनेटर को चलाने के लिए स्वास्थ्य कर्मी को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। लेकिन बिजली की उपलब्धता के अभाव में इंसीनेटर का उपयोग नहीं हो पा रहा है। बताया कि बिजली कनेक्शन के लिए विद्युत विभाग से पत्राचार किया जा चुका है। बिजली उपलब्ध होने के बाद इसका उपयोग शुरू कर दिया जाएगा। ज्ञात है कि पिछले कई वर्षो से सदर अस्पताल में प्रयुक्त रसायन, सीरिंज एवं मलहम पट्टी जहां-जहां फेंकी जाती थी। कूड़ा-कचरा चुनने वाले लोग प्रयुक्त सीरिंज, स्लाईन का बोतल आदि को चुनकर ले जाते थे एवं इसका उपयोग दूसरे कार्यो में किया जाता था। वहीं रसायनों को इधर-उधर फेंके जाने से पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा था। अस्पताल परिसर के आसपास पर दुर्गंध फैली रहती थी।