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944 में 579 गांवों में हुआ विद्युतीकरण

By Edited By: Published: Sun, 14 Sep 2014 07:31 PM (IST)Updated: Sun, 14 Sep 2014 07:31 PM (IST)
944 में 579 गांवों में हुआ विद्युतीकरण

गुमला : जिले में राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना आधी-अधूरी है। जिला में 944 राजस्व गांव हैं और 159 पंचायत। लेकिन पिछले सात वर्षो में मात्र 579 गांवों में ही विद्युतीकरण का काम पूरा हो सका है। अभी भी 265 गांवों में बिजली पहुंचनी बाकी है। राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण परियोजना से हर घर को रोशनी देने की कोशिश पिछले सात वर्षो से चल रही है। लेकिन सफल नहीं हो सकी। करोड़ों की राशि खर्च करने के बाद भी सभी गांवों में बिजली नहीं पहुंच पाई। कुछ ऐसी गांव है जो जंगल और पहाड़ से आच्छादित हैं। कुछ गांव पहाड़ों पर बसे हुए हैं। इन गांवों को अपवाद मान भी लिया जाए तो विद्युतीकृत गांवों में भी ग्रामीणों को रात अंधेरे में गुजारनी पड़ रही है। गांव में लगे बिजली के खंभे या तो गिर चुके हैं या खंभों में तार नहीं दिख रहे हैं। गांव में लगे 10, 16 और 25 केवीए का ट्रांसफार्मर लोड उठाने की स्थिति में नहीं है। यही कारण है कि परियोजना से लगे प्राय: ट्रांसफार्मर या तो खराब पड़े हैं या हाथी का सफेद दांत साबित हो रहे हैं। विद्युतीकरण का लाभ उपभोक्ताओं को नहंी मिल रहा है। पिछले एक माह से जिले में विद्युत की स्थिति काफी लचर है। विभाग विद्युत उत्पादन में कमी के कारण विद्युत की आपूर्ति कम होना बता रही है। गुमला जिला में 14 मेगावाट बिजली की जरूरत है। लेकिन पिछले एक माह से कभी भी चार मेगावाट से अधिक बिजली नहीं मिल पाई है। पंद्रह दिनों से लगातार दो से चार मेगावाट के बीच बिजली गुमला को दी जा रही है। इस कारण से लोड शेडिंग का सहारा लेना पड़ रहा है। बिजली की आपूर्ति कम होने के कारण विद्युत पर आधारित कामकाज प्रभावित हो रहे हैं। बिजली नहीं मिलने से लोगों में आक्रोश है। बिजली विभाग में अभियंताओं और तकनीशियनों की कमी से उपभोक्ताओं की आवश्यकता को पूरा करने में एक चुनौती बनी हुई है।

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फैक्ट फाइल

ग्रिड की संख्या-1

सब स्टेशन की संख्या-12

जिला में विद्युत की जरूरत-14 मेगावाट

उपभोक्ताओं की कुल संख्या-30015

ग्रामीण उपभोक्ता की संख्या-17500

व्यवसायिक उपभोक्ताओं की संख्या-2400

शहरी उपभोक्ताओं की संख्या-12,115


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