महुआ के लिए जंगलों में लगाई जा रही आग
संवाद सूत्र, सुंदरपहाड़ी : गर्मी का मौसम आते ही महुआ के फूल को प्राप्त करने के लिए क्षेत्र के जंगलों
संवाद सूत्र, सुंदरपहाड़ी : गर्मी का मौसम आते ही महुआ के फूल को प्राप्त करने के लिए क्षेत्र के जंगलों में आग लगा दी जाती है। लोगों का कहना है पतझड़ के बाद जंगल में काफी सूखे पत्ते पड़े रहते हैं। इससे महुआ के फूल को चुनने में परेशानी होती है। आग लगा देने से जंगलों को नुकसान होता है। एक तरफ वन विभाग वनों को बचाने के लिए लगातार अभियान चला रहा है तो दूसरी ओर थोड़े से महुआ के फूल के लिए पूरे जंगल में आग लगा दी जाती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए वन प्रबंधन समिति चंदना द्वारा एक नया कदम उठाया गया है। समिति की अध्यक्ष रेणु देवी, सदस्य सिलोन राय, बाली पहाड़िन, बड़ा सोमाय पहाड़िया, छोटा सोमाय पहाड़िन, धर्मी पहाड़िन, चांदी पहाड़िन, मंगलीन पहाड़िन अपने प्रक्षेत्र के गांवों में घूम-घूम कर जंगल में आग न लगाने, आग से नुकसान को रोकने आदि की जानकारी दे रहे हैं। उपस्थित सदस्य जंगल में घूम-घूम कर स्वयं आग बुझाने का प्रयास कर रहे हैं ताकि जंगल को बचाया जा सके और हरा बना रहे।