कट्टरवाद मानवता के लिए खतरा : डॉ. घोष
जागरण संवाददाता, आसनसोल : बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा ढहाने की बरसी को विभिन्न वामपंथी संगठनों
जागरण संवाददाता, आसनसोल :
बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा ढहाने की बरसी को विभिन्न वामपंथी संगठनों द्वारा सांप्रदायिकता विरोधी दिवस के रूप में मनाया गया। आसनसोल नगरनिगम के समक्ष आसनसोल सिविल राइट्स एसोसिएशन, अधिकार ठेका श्रमिक यूनियन, जन अधिकार मंच, आल वेस्ट बंगाल सेल्स रिप्रजेंटेटिव यूनियन, आदिवासी जीमूत गांवता, जन संघर्ष मंच आदि संगठनों द्वारा संयुक्त सभा कर जुलूस निकाला गया। डॉ. स्वाति घोष ने कहा कि 24 साल पहले बाबरी मस्जिद नहीं बल्कि कट्टरवादियों ने तत्कालीन उत्तर-प्रदेश सरकार की मदद से लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और सांप्रदायिक परंपरा को ध्वंस किया गया था। देश में फिर से वैसी ही परिस्थितियां तैयार करने की साजिश की जा रही है। जो उनके समर्थन में बोलते हैं, वह देशप्रेमी है बाकी को देशद्रोही का तमगा दिया जा रहा है। सिर्फ हिन्दू कट्टरवाद ही नहीं बल्कि दुनिया में तालिबान और इस्लामिक स्टेट (आइएस) कट्टरवादी मानवता के लिए बड़ा खतरा है। धार्मिक कट्टरवाद के खिलाफ सभी को मिलकर आवाज उठाने की जरूरत है। वहीं माकपा द्वारा नगरनिगम के समक्ष शाम में सभा की गई यहां विरोधी नेता वसीम उल हक समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व समर्थक उपस्थित थे। इस दौरान सोमनाथ चटर्जी, शिप्रा चक्रवर्ती, सुमन कल्याण मौलिक आदि थे।
रेलपार : रेलपार अंचल में माकपा द्वारा बालबोधन स्कूल के पास से बाबरी विध्वंस के खिलाफ रैली निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
..माकपा ने मनाया काला दिवस
संवाद सहयोगी, बर्नपुर : माकपा की ओर से मंगलवार को विवादित ढांचा ढहाने को लेकर काला दिवस और सांप्रदायिक सौहार्द दिवस के रुप में मनाया गया। इस दौरान बर्नपुर बस स्टैंड में माकपा की सभा का आयोजन किया गया। सभा के दौरान माकपा नेता पार्थो मुखर्जी ने कहा कि आरएसएस और विहिप ने वर्ष 1992 में ¨नदनीय कार्य किया था। जिससे भारत वर्ष में विभिन्न प्रांतों में दंगा हो गया था। यह देश के इतिहास में काला दिन के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि इस दिन हमारी पार्टी की ओर से काला दिवस मनाने के साथ ही आपसी एकता सौहार्द बनाने की भी अपील की जा रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा नोटबंदी करने से आम लोगों को परेशानी हो रही है। अपना ही पैसा निकालने के लिए रोज लंबी-लंबी लाइन लगा रहे हैं। इस दौरान अशोक मुखर्जी, जोनल कमेटी के सचिव दीपायन राय, चंदन मिश्र, पार्षद धर्मदास मांझी, पार्षद विधान राय सहित आदि मौजूद थे।