जागरूक हो महिलाएं : लक्ष्मी
संस, गोड्डा : जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में जिला समाज कल्याण विभाग के सहयोग से रविवार क
संस, गोड्डा : जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में जिला समाज कल्याण विभाग के सहयोग से रविवार को सदर प्रखंड के भतडीहा गांव में डायन प्रथा के संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए विधिक जागरूकता शिविर लगाया गया। इस अवसर पर जिला परिषद उपाध्यक्ष लक्ष्मी चक्रवर्ती ने कहा कि महिलाओं को जागरूक होने की जरूरत है। आधुनिक समाज में डायन प्रथा एक कलंक के समान है। इसके लिए अंधविश्वास को मिटाना होगा। उन्होंने बेटा व बेटी को समान रूप से बेहतर शिक्षा की ओर प्रेरित करने का आह्वान किया। उपप्रमुख रंजना कुमारी ने कहा कि वर्तमान समाज में महिलाएं पुरुषों से किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं। ऐसे में कुप्रथा का समूल नाश करने के लिए महिलाओं को ही बीड़ा उठाना होगा।
रीटेनर अधिवक्ता अजय प्रसाद साह व अफसर हसनैन ने कहा कि डायन प्रथा समाज के लिए एक कलंक है। इसके तहत समाज की कमजोर वर्ग की महिलाओं को शिकार बनाया जाता है। इसको रोकने के लिए डायन प्रथा प्रतिषेध अधिनियम 2001 बनाया गया है। कहा कि झारखंड राज्य में अधिकतर आदिवासी क्षेत्रों में डायन प्रथा का अधिक प्रचलन है। डायन कहकर प्रताडि़त करने के आरोप में कानून में सजा का प्रावधान है। यह एक अंधविश्वास है। इस संबंध में जन जागरूकता के लिए जिला विधिक प्राधिकार के माध्यम से जगह-जगह शिविर लगाया जा रहा है। विधि सह परवीक्षा पदाधिकारी राजेश गुप्ता ने बाल विवाह व बाल श्रम पर प्रकाश डाला। कहा कि बचपन अनमोल होता है। इस उमर में बच्चों को पठन-पाठन के लिए भेजें। सरकार द्वारा जगह-जगह विद्यालय खोला गया है और वहां सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। इस अवसर पर उपमुखिया पुष्पा देवी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, ग्रामीण रेबा रानी, वार्ड सदस्य उपस्थित थे।