खेतौरी समाज को मिलेगा अनुसूचित जनजाति का दर्जा
गोड्डा : खेतौरी समाज को अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिलेगा। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इस आशय का प्रस्ताव
गोड्डा : खेतौरी समाज को अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिलेगा। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इस आशय का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजने का आश्वासन भाजपा प्रतिनिधिमंडल को गुरुवार को दिया। प्रतिनिधिमंडल में भाजपा जिलाध्यक्ष कुंवर गोपाल ¨सह, गोड्डा विधायक अमित मंडल, महागामा विधायक अशोक भगत, खेतौरी समाज के प्रदीप ¨सह, देवनारायण लायक, मोती ¨सह, दारा ¨सह, विवेक ¨सह, हेमंत भ्रम, सौरभ ¨सह आदि शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से उनके सचिवालय में मिला। जिलाध्यक्ष
कुंवर गोपाल ¨सह ने बताया कि मुख्यमंत्री को इस बात से अवगत कराया गया कि सभी सरकारी दस्तावेज, मुगलकाल के गजेटियर और अंग्रेजों के समय के साहित्य में खेतौरी जाति अनुसूचित जनजाति के रूप में दर्ज है। ट्राइवल रिसर्च सेंटर रांची ने 1985 में जांच रिपोर्ट के आधार पर अनुसूचित जनजाति मानकर उसकी सूची में शामिल करने की अनुशंसा की थी। पटना हाईकोर्ट ने भी 2000 में खेतौरी जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने का निर्देश दिया था। 2004-05 में झारखंड सरकार भी खेतौरी को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की अनुशंसा कर चुकी है।