टीबी-मधुमेह की गंभीरता से अवगत हुए बच्चे
गोड्डा : जागरण पहल, वल्ड डायबिटीज फाउंडेशन एवं द यूनियन के संयुक्त तत्वावधान मे चलाए जा रहे टीबी व म
गोड्डा : जागरण पहल, वल्ड डायबिटीज फाउंडेशन एवं द यूनियन के संयुक्त तत्वावधान मे चलाए जा रहे टीबी व मधुमेह जागरुकता अभियान के तहत बुधवार को ज्ञान आलोक एवं शिशु विद्या निकेतन के छात्र-छात्राओं को इस बीमारी की जानकारी दी गयी। जागरुकता के क्रम मे सबसे पहले प्रोजेक्टर के माध्यम से बच्चों को टीबी व मधुमेह से संबंधित एक लघु नाटिका दिखायी गयी। इससे बच्चों ने काफी कुछ जानकारी प्राप्त किया। डा. ताराशंकर झा ने भी इस बीमारी के बारे मे काफी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि टीबी किसी भी उम्र मे हो सकती है। लेकिन एक निश्चित खुराक के सेवन से यह बीमारी पूरी तरह से ठीक हो जाती है। लेकिन मधुमेह होने के बाद टीबी का खतरा दो से तीन गुणा बढ़ जाता है। इसलिए टीबी होने पर मधुमेह की जांच निश्चित रूप से करानी चाहिए। कहा कि मधुमेह से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। इसके कारण टीबी के अलावा अन्य कई बीमारी होने का खतरा उत्पन्न हो जाता है। दिनचर्या मे सुधार कर मधुमेह पर नियंत्रण किया जा सकता है। इधर बच्चों ने भी बीमारी से संबंधित कई सवाल पूछे। इसका जबाव डा. झा ने काफी सहजता से दिया। विद्यालय के प्राचार्य एवं शिक्षको ने जागरण द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान की सराहना की। कहा कि समाज को इस जागरुकता अभियान से काफी फायदा होगा। मौके पर अभियान के गोड्डा जिला परियोजना समन्वयक जाकिर हुसैन, अजय कुमार, प्रवीण कुमार, पूनम, सुनीता आदि मौजूद थे।