राधा-कृष्ण के गीतों पर रात भर झूमे श्रोता
गोड्डा : मुख्यालय समेत विभिन्न प्रखंडों के ग्रामीण क्षेत्रों में पावन सावन मास के अंतिम सप्ताह में प
गोड्डा : मुख्यालय समेत विभिन्न प्रखंडों के ग्रामीण क्षेत्रों में पावन सावन मास के अंतिम सप्ताह में पिछले पांच दिनों से आयोजित झूलनोत्सव श्रावण पूर्णिमा की देर रात संपन्न हो गया। इस अवसर पर झूलन का भव्य दरबार सजाकर राधा-कृष्ण की गीतों से सजी भजन संध्या का आयोजन किया गया।
सदर प्रखंड के मोलानाकिता गांव में पिछले 150 वर्षो से झूलनोत्सव कार्यक्रम आयोजित करने की प्राचीन परंपरा है। इस दौरान आसपास के कलाकारों का जमावड़ा लगता है। पिछले पांच दिनों से प्रसिद्ध भजन गायक बिदुभूषण महाराज की अगुवाई में पारंपरिक राग और प्रहर के अनुसार झूलन गीत प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम में तबला पर छोटू, हारमोनियम पर भगवती चरण संगत कर रहे थे। वहीं गांधी नगर गोढ़ी में आयोजित झूलनोत्सव में भी संताल परगना के कलाकारों ने भाग लिया। बनमाली जी महाराज की अगुवाई में आयोजित इस झूलनोत्सव में झूलन की बारीकियों पर प्रकाश डाला गया। कहा कि झूलन आत्मा-परमात्मा के मिलन स्थल है। जीव जब संसार से व्याकुल हो जाता है तो वह परमात्मा की शरण में जाने के लिए साधना करता है और ठाकुर के श्री चरणों के प्रति समर्पित हो जाता है। झूलन के माध्यम से मानव मात्र को यह संदेश दिया जाता है कि मोक्ष प्राप्ति ही मानव का मुख्य उद्देश्य है। इसलिए ठाकुर के प्रति अनुराग प्रदर्शित करने की जरूरत है। विभिन्न रागों पर आधारित गीत सुनाकर सभी को आध्यात्मिक सागर में खूब गोता लगाने को विवश कर दिया। कार्यक्रम के अंतिम दिन की भजन संध्या में प्रसिद्ध भजन गायक चेतन बाबा, हरिशंकर ठाकुर, राम विलास भारती, योगानंद सिंह, कुंजन रमण आदि ने भजन प्रस्तुत कर श्रोताओं को रात भर झुमाया।