रमजान बरकतों का महीना
संस, गोड्डा : जिला मुख्यालय सहित सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के मस्जिदों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने
संस, गोड्डा : जिला मुख्यालय सहित सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के मस्जिदों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रमजान के पाक महीने में तीसरे जुमे की नमाज अदा की। इसी क्रम में शहर के जामा मस्जिद, फसिया डंगाल की मदीना मस्जिद, पोस्टमार्टम रोड की मस्जिद, जोड़ापोखर की मस्जिदों में रोजे की फजीलत ईद, जकात एवं अन्य मामले पर ईमामों ने तकरीर दी।
तकरीर में मुख्य रूप से कहा गया कि रमजान का महीना बड़े बरकतों का है। इस महीने का उपयोग इबादत करके अधिक से अधिक लें क्योंकि इस महीने के इबादत का 70 गुणा नेकी आम दिनों की इबादत से ज्यादा मिलती है। रोजा खोलने के पहले और सेहरी पढ़ने के बाद क्या पढ़ना चाहिए। इन सारी बातों की भी तालिम तकरीर के द्वारा दी गई। रोजे में झूठ बोलना, चोरी करना, नमाज नहीं पढ़ना एवं सारी बुराइयों के शामिल होने से रोजा कबूल नहीं होता है। इसलिए रोजे की हालात में कोई भी बुरे काम नहीं होने चाहिए। इधर तीसरे शुक्रवार की नमाज के बाद अर्थात रमजान के रोजों की गिनती के दो अंकों में पहुंचते ही ईद की खरीदारी शुरू होने लगी है।