भूमि संकट ने गिराया परियोजना का उत्पादन लक्ष्य
ललमटिया : राजमहल परियोजना द्वारा गत वित्तीय वर्ष में किये गये शानदार प्रदर्शन के बाद नये वित्तीय वर्
ललमटिया : राजमहल परियोजना द्वारा गत वित्तीय वर्ष में किये गये शानदार प्रदर्शन के बाद नये वित्तीय वर्ष में एकाएक उत्पादन लक्ष्य से काफी नीचे आ गया है। भारी जमीन संकट का सामना कर रही ईसीएल की इस परियोजना को इस वर्ष और भी ज्यादा भूमि संकट होने का अनुमान है। नये वित्तीय वर्ष में लक्ष्य से करीब 2 लाख टन कम कोयला का उत्पादन हुआ है। उत्पादन गिरने की मुख्य वजह आरसीएमएल कंपनी के द्वारा कम उत्पादन का किया जाना बताया जा रहा है। कई वर्षो से चल रहे चरण टोला, अभि टोला, छोटा भोड़ाय जैसे कई छोटे गांव को विस्थापित करने की योजना पर परियोजना प्रबंधन कार्य कर रही है। परंतु यह कार्य लगातार लम्बे समय से टलते रहने के कारण अब तक विस्थापन का कार्य पूरा नहीं हो सका है।
इधर कम उत्पादन के लिए आउट सोर्सिग कंपनियां ईसीएल प्रबंधन को जिम्मेदार बता रहीं हैं। उनका कहना है कि जब तक परियोजना द्वारा जमीन उपलब्ध नहीं कराया जाएगा वे कहां पर खुदाई का काम कैसे करेंगे। बहरहाल ईसीएल की रीढ़ कही जाने वाली राजमहल परियोजना को अपने जमीन दाताओं से उम्मीद है तथा उनके अधिकारी यह कह रहें है कि हम जल्द ही रफ्तार पकड़ लेंगे तथा निर्धारित लक्ष्य को आने वाले दिन में पूरा कर सकेंगे।