चैती पूजा आर्केस्ट्रा में जमकर चला लात-घूंसा
जागरण संवाददाता, गोड्डा : चैती दुर्गापूजा और रामनवमी के अवसर पर गुलजार बाग हटिया दुर्गा पूजा समिति द
जागरण संवाददाता, गोड्डा : चैती दुर्गापूजा और रामनवमी के अवसर पर गुलजार बाग हटिया दुर्गा पूजा समिति द्वारा शुक्रवार की देर शाम आर्केस्ट्रा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में लोगों का मनोरंजन करने के लिए पश्चिम बंगाल से डांसर बालाओं को भी बुलाया गया था। लेकिन देर रात डांसर बालाओं के ऊपर रुपये लुटाने को लेकर आयोजन समिति सदस्यों एवं पदाधिकारियों के बीच विवाद हो गया और जमकर लात और घूंसे चलें। इसमें कई चोटिल भी हुए। इस आयोजन ने पर्व की सारी मर्यादाओं को भी भंग कर दिया।
रात करीब साढ़े नौ बजे आर्केस्ट्रा का विधिवत उद्घाटन झामुमो नेता राजेश मंडल और सदर थाना प्रभारी संजय कुमार ने फीता काटकर किया था। कार्यक्रम के आरंभ से ही कई युवाओं द्वारा बार-बार लोगों को बांस के फट्टे से मारने का काम किया जा रहा था। देर रात हद उस समय हो गयी जब डांसर बालाओं ने स्टेज पर कदम रखा। भोजपुरी व हिंदी के फूहड़ गानों में डांस शुरू हुआ साथ ही शुरू हुआ उनके उपर रुपये लुटाने का दौर। इसमें एक मुखिया द्वारा एक-एक हजार रुपये के नोट डांसर बालाओं पर रह-रहकर फेंके जा रहे थे। साथ ही कई नेताओं के नाम भी पुकारा जा रहा था। इसी कड़ी में एक बार वह समय भी आया जब एक व्यक्ति ने महिला डांसर के हाथ में स्वयं रुपये देने का प्रयास किया। इसी को लेकर आयोजन समिति सदस्यों में विवाद हो गया और देखते ही देखते यह विवाद हाथापायी, गाली-ग्लौज में तब्दील हो गया। रात करीब डेढ़ बजे मारपीट शुरु हुई। दोनों पक्षों की ओर से लात-घूंसा चला। बीच बचाव करने पहुंचे आयोजन समिति के सदस्यों को भी जमकर मार पड़ी। स्थिति भगदड़ वाली हो गयी थी। लेकिन कुछ बुद्धिजीवियों द्वार बीच बचाव करने के बाद स्थिति सामान्य हुई। घटना की पुष्टि सदर थाना प्रभारी ने भी की है।
अश्लीलता की हद हुई पार : इस कार्यक्रम में अश्लीलता की भी सारी हदें पार कर दी गयी। एक से एक फूहड़ गाने पर अंग प्रदर्शन के साथ नृत्य की प्रस्तुति हुई। आयोजकों ने इस कार्यक्रम को भव्य आर्केस्ट्रा कार्यक्रम का नाम दिया था। लेकिन आर्केस्ट्रा की यह भव्यता अश्लीलता के आगे फीकी पड़ गयी।
आयोजन पर उठे सवाल : क्षेत्र के लोगों ने ही इस आयोजन पर सवाल खड़ा कर दिया है। लोगों की मानें तो भक्ति के माहौल में इस प्रकार का भद्दा कार्यक्रम आयोजित करने का कोई औचित्य नहीं था। लोगों ने अगली बार से ऐसे कार्यक्रमों पर रोक लगाने की बात कही है।
भक्ति गानों के बीच चल रहा था आर्केस्ट्रा : जिस स्थान पर आर्केस्ट्रा का आयोजन किया गया था, ठीक उसी के सामने रामनवमी को लेकर अखंड रामधुनी व संकीर्तन भी चल रहा था। जबकि दूसरी ओर आर्केस्ट्रा के बगल में माता रानी का दरबार सजा था और यहां भक्ति गीत बज रहे थे।
नशे में चूर थे लोग : आर्केस्ट्रा स्थल पर बनायी गयी वीआइपी गैलरी में कई ऐसे भी लोग थे जो नशे में चूर थे। इनमें कुछ आयोजन समिति के भी लोग थे। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो विवाद इन्हीं लोगों से आरंभ हुआ था।