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21 एमटी होगा राजमहल का उत्पादन लक्ष्य

ललमटिया: ईसीएल के तकनीकी निदेशक बीआर रेड्डी ने राजमहल के दो दिवसीय दौरे पर कहा है कि राजमहल परियोज

By Edited By: Published: Sat, 22 Nov 2014 06:05 PM (IST)Updated: Sat, 22 Nov 2014 06:05 PM (IST)
21 एमटी होगा राजमहल का उत्पादन लक्ष्य

ललमटिया:

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ईसीएल के तकनीकी निदेशक बीआर रेड्डी ने राजमहल के दो दिवसीय दौरे पर कहा है कि राजमहल परियोजना जल्द ही 17 मिलीयन टन उत्पादन लक्ष्य से 21 मिलीयन टन की महत्वाकांक्षी लक्ष्य की ओर अग्रसर होगी। जमीन और कई पेचीदे कानून होने के बावजूद देश की उर्जा जरुरतों के लिए उत्पादन कार्य में राजमहल आगे है, जिसे और भी बेहतर करने का प्रयास किया जाएगा। पुर्नवास एक सतत चलने वाली प्रकिया है, जिसके लिए मिलकर काफी प्रयास की जरूरत है।

उन्होने कहा कि जिस प्रकार से लोग बसे बसाये घर को छोड़ अन्य स्थानों पर बसने के लिए सक्रिय हैं उसी तेजी से हम उनके लिए तमाम संसाधनों को विकसित करने पर जोर देगें। जमीन की समस्या पर कहा कि राज्य में जहां भी कोयला उत्पादन हो रहा है, जमीन की समस्या इसी प्रकार से है। यही कारण है कि हमारे प्रबंधकों का मुख्य कार्य खनन से अलग होकर जमीन की समस्याओं पर जा रहा है। अधिग्रहण व पुर्नवास के लिए अलग प्रशासनिक व्यवस्था जल्द लागू होगी।

अधिग्रहण के लिए अलग तंत्र : जमीन अधिग्रहण व पुर्नवास कार्य को सुचारू चलाने के लिए अलग तंत्र की व्यवस्था पर इसीएल गंभीर है, जल्द ही इसे लागू किया जाएगा। इस व्यवस्था के लागू हो जाने से खदान प्रबंधक उत्पादन कार्यो पर ही ध्यान देंगे। एक सवाल के जबाव पर कहा कि जमीनदाताओं को नौकरी देने के समय उनमें कौशल का अभाव होता है। इसे यदि पूर्व से विकसित किया जाए तो उन्हें तथा उनके अन्य परिजनों को भी लाभ मिल सकेगा। कौशल विकास के लिए वे संबंधित समूहों को आगे आने की अपील की।

अगले साल शुरू होगी हुर्रासी परियोजना : अगले वर्ष तक हुर्रासी परियोजना को चालू करने का लक्ष्य निर्धारित है। तीन मिलीयन टन क्षमता वाली इस परियोजना के लिए व्यक्तिगत रूप से प्रयासरत हैं। हुर्रासी क्षेत्र का भ्रमण करने के बाद सिमलौंग परियोजना को भी जायजा लिया जाएगा।

अधिकरियों संग की बैठक : निदेशक ने शुक्रवार की देर शाम तक परियोजना के तमाम विभागीय प्रमुखों के साथ बैठक कर कार्यो की समीक्षा व प्रगति का जायजा लिया। समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने राजमहल के अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिस प्रकार से ईसीएल बीएफआइआर से समय पूर्व बाहर आयी है, उसे बरकरार रखने तथा उत्पादन एवं संप्रेषण की गति तेज करने की चुनौती है, जिसके लिए आपको सतत कार्य करने की आवश्यकता है। समीक्षा बैठक में जीएम इंचार्ज गुणाधर पाण्डेय, जीएम परिचालन डी के नायक के अलावा विभाग प्रमुखों में एसआरपी वर्मा, सीडी सिंह, वाई सूर्यम, एस अमिताभ, बमबम सिंह, एस डेवर, जेपी झा, एस मजूमदार, गुंजन कुमार, वाईएस राव यादव सहित तमाम पदाधिकारी उपस्थित थे।


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