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प्रेम में बाधक पति को जहर देकर मार डाला

By Edited By: Published: Sat, 13 Sep 2014 06:36 PM (IST)Updated: Sat, 13 Sep 2014 06:36 PM (IST)
प्रेम में बाधक पति को जहर देकर मार डाला

बसंतराय : नाजायज संबंध में बाधक पति को कलयुगी पत्नी ने जहर देकर मौत की नींद सुला दिया। घटना को अंजाम देकर भाग रही आरोपी महिला को ग्रामीणों ने पीछा कर पकड़कर पोल से बांध दिया। बाद में उसे पुलिस के सुपुर्द कर दिया।

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क्या है घटनाक्रम

बसंतराय थाना अन्तर्गत कैथपुरा गांव के 38 वर्षीय उपेंद्र मंडल को उसी की पत्‍‌नी पारो देवी ने शुक्रवार की देर शाम जहर देकर मार दिया। पति की मौत के बाद भाग रही महिला को ग्रामीणों ने पकड़कर बिजली के पोल में बांध दिया। ग्रामीणों ने रात को ही पुलिस को जानकारी दी लेकिन वह शनिवार सुबह पहुंची। पुलिस को देर से पहुंचने के कारण ग्रामीणों के आक्रोश का भी सामना करना पड़ा। समझा बुझाकर ग्रामीणों को शांत करने के बाद पुलिस ने शव कब्जे में लिया। आरोपी महिला को पुलिस गिरफ्तार कर साथ ले गयी।

प्रेम प्रसंग का मामला : उपेंद्र की शादी बिहार के जोकी गांव की पारो से हुई थी। शादी के बाद उपेंद्र पांच बच्चों का पिता बना। करीब एक माह पूर्व पारो देवी प्रेमी के साथ घर छोड़ कर फरार हो गयी। दोनों बिहार के पूर्णिया जिले में रह रहे थे। कुछ दिन पहले ही वह कैथपुरा लौटी। वापसी के पाद पति काफी डांटा-फटकारा। ग्रामीणों की मानें तो डांट फटकार के दौरान पारो ने पति का पुरजोर विरोध करते हुए देख लेने की धमकी भी दी।

समोसा व रसगुल्ला में दिया जहर बताया जाता है कि शुक्रवार की शाम पारो पति के लिए समोसा और रसगुल्ला लेकर आयी। खाने के बाद ही उपेंद्र की हालत जब बिगड़ने लगी तो पारो ने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया और किसी को भी घुसने तक नहीं दिया। भाई कुंदन मंडल ने ग्रामीणों के सहयोग से दरवाजा तोड़ा और भाई को स्वास्थ्य केंद्र लेकर आया। सरकारी चिकित्सक नहीं मिलने के कारण प्राइवेट चिकित्सक ने इलाज करने से साफ इन्कार कर दिया। गोड्डा ले जाने के क्रम में उपेंद्र की मौत हो गयी।

ग्रामीणों ने महिला को धर दबोचा

देर रात जैसे ही शव गांव पहुंचा तो आरोपी महिला भागने लगी। इस बात की भनक ग्रामीणों को लगी तो उन्होंने पीछा कर पकड़ लिया।

पुलिस पर उठे सवाल : जहर खिलाने के बाद ग्रामीण व परिवार वालों ने बसंतराय थाना को सारी जानकारी दी लेकिन पुलिस ने गंभीरता दिखाने की बजाय सिर्फ इलाज की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। शव गांव आने के बाद लोगों ने मोबाइल से पुलिस को सूचना थी लेकिन रात की बजाय पुलिस जब सुबह गांव पहुंची तो उसे ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने शव उठने नहीं दिया। बाद में डीएसपी अजीत कुमार ने ग्रामीणों को कार्रवाई का भरोसा देकर शांत कराया।


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