वर्षा ने दी राहत, पुल से आहत
मेहरमा : मानसून की दस्तक के साथ जहां किसानों के चेहरे खुशी से खिल उठे है। वही डोमनचक कस्बा मुख्य मार्ग पर बना पुल टूट जाने से लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। डोमनचक लेहरिया नदी में बने पुल का आधा भाग वर्षो पूर्व टूट चुका था। वहीं शेष भाग के बचे हुए हिस्से में लंबी दरारें स्पष्ट दिखाई दे रही है। नदी में दर्जनों बच्चे जान जोखिम में डाल कर कपड़े की साफ-सफाई व स्नान प्रतिदिन करते है। इस पुल पर कार्य करना या गुजरना खतरे से खाली नहीं है। किसानों के लिए पुल के अलावा सैकड़ों बीघा जमीन पर आने जाने के लिए कोई दूसरा रास्ता नहीं है। किसानों का कहना है कि पानी आ जाने के कारण बगैर पुल के नदी पार करना संभव नहीं है। ऐसे में किसानों को जुताई कार्य में अधिक पैसे लगाने पड़ रहे हैं। वही सैकड़ों लोगों को जो आदिवासी गांव डोमनचक में निवास कर रहे हैं, उन लोगों के लिए इसी पुल होकर बाराहाट के लिए जाने का एक मात्र रास्ता है। जददु मुर्मू, बाबुल मरांडी, संजय मरांडी, लेधमा मरांडी आदि का कहना है कि यदि यह पुल शीघ्र नहीं बनाया गया तो आने वाले दिनों में लोगों को और भी अधिक समस्याएं उठानी पडे़गी।
मुखिया त्रिवेणी देवी ने बताया कि आम सभा में बीआरजीएफ योजना के तहत पुल निर्माण का निर्णय लिया गया है। परन्तु राशि नहीं आने के कारण कार्य प्रारंभ नहीं हो पा रहा है।