बंदियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की पहल
गिरिडीह : मंडल कारा में करीब 534 कैदी बंद हैं इनमें महिला बंदी 30 हैं। अक्सर देखा जाता है कि जेल से
गिरिडीह : मंडल कारा में करीब 534 कैदी बंद हैं इनमें महिला बंदी 30 हैं। अक्सर देखा जाता है कि जेल से निकलने के बाद आधे से ज्यादा लोग गलत रास्ते में चले जाते हैं। इससे उनका भविष्य अंधेरे की गर्त में चला जाता है। ऐसे लोगों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए उपायुक्त उमाशंकर ¨सह ने उन्हें तकनीक प्रशिक्षण देने की योजना बनाई है। इसी के तहत उन्होंने 22 जुलाई को समाहरणालय में कारा सुरक्षा समिति की बैठक बुलाई है। इसमें मंडल कारा के अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक, श्रम अधीक्षक, नप के कार्यपालक पदाधिकारी, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया है। नगर परिषद को उन्होंने इसके लिए कार्ययोजना बनाकर लाने का भी निर्देश दिया है।
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कौशल विकास योजना के तहत दिया जाएगा प्रशिक्षण :
नप के कार्यपालक पदाधिकारी राजीव कुमार मिश्र ने बताया कि मंडल कारा में बंद करीब 30 महिला कैदियों को सिलाई-कढ़ाई एवं ब्यूटीशियन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहीं बंद करीब 400 पुरुषों को मोबाइल बनाने की शिक्षा दी जाएगी। यह प्रशिक्षण सरकार की कौशल विकास योजना के तहत बंदियों को दिया जाएगा। -------------------------
योग क्लास की भी होगी व्यवस्था :उपायुक्त को कैदियों के स्वास्थ्य की भी ¨चता है। इसे लेकर उन्होंने मंडल कारा के अधीक्षक को आदेश दिया है कि बंदियों के लिए योग क्लास की भी व्यवस्था की जाए। महीने में कम से कम दो बार इसकी व्यवस्था हो।
वर्जन
उपायुक्त के आदेशानुसार बंदियों को प्रशिक्षण दिए जाने को लेकर योजना का प्रारूप तैयार कर लिया गया है। इसे उपायुक्त के समक्ष रखा जाएगा। कारा सुरक्षा समिति की अनुशंसा मिलने के बाद से प्रशिक्षण देने का काम आरंभ कर दिया जाएगा।
राजीव कुमार मिश्र, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद