नक्सली बंदी को ले सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष अलर्ट
देवरी (गिरिडीह) : मुंगेर में वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान सीआरपीएफ के जवानों को मौत के घाट उता
देवरी (गिरिडीह) : मुंगेर में वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान सीआरपीएफ के जवानों को मौत के घाट उतारनेवाले पांच नक्सली विपिन मंडल, अधिक लाल पंडित, रतू कोड़ा, मन्नू कोड़ा और बानो कोड़ा को फांसी की सजा के विरोध में 28 और 29 मई को बिहार के पांच जिले मुंगेर, जमुई, लखीसराय, बांका और भागलपुर में बंद बुलाया है। बंदी से आवश्यक सेवा दूध, अस्पताल, एम्बुलेंस, पानी, अखबार आदि जरूरत की वस्तुओं को मुक्त रखा गया हैं। बतातें चले कि जमुई जिला के चकाई थाना क्षेत्र के दर्जनों गांव झारखंड की सीमा पर स्थित हैं जो घोर उग्रवाद प्रभावित इलाका माना जाता है। इसे लेकर भेलवाघाटी पुलिस ने नक्सलियों से निपटने के लिए सीआरपीएफ जवानों की तैनाती की है। सूत्रों की मानें तो नक्सली सीमावर्ती गांवों में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। इन क्षेत्रों में आए दिन नक्सलियों की गतिविधि बढ़ाई है। भेलवाघाटी थाना प्रभारी बी बड़ाईक ने बताया कि नक्सली बंदी को लेकर हर गतिविधि पर पुलिस नजर रखे हुए हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों में बराबर सघन छापामारी अभियान चलाया जा रहा है।