बैंकों के बाहर कम नहीं हो रही लाइन
डुमरी (गिरिडीह) : देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पांच सौ व हजार रुपये के नोट का चलन बंद क
डुमरी (गिरिडीह) : देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पांच सौ व हजार रुपये के नोट का चलन बंद किए जाने की घोषणा के पच्चीस दिन बाद भी लोगों की भीड़ प्रखंड के विभिन्न बैंकों में देखी जा रही है।
नोटबंदी की घोषणा के बाद एक पखवाड़े तक क्षेत्र के विभिन्न बैंकों में लोगों की लंबी कतारें नोट बदलवाने के लिए लगती थी तो दूसरी ओर लोगों की भीड़ अपने अकाउंट में राशि जमा कराने के लिए लग रही है। दिसम्बर का प्रथम सप्ताह होने के कारण बैंक शाखाओं में वेतनभोगियों व पेंशनधारियों की अतिरिक्त भीड़ जुट रही है। प्रखंड के पोरदाग, जामताड़ा, कुलगो, इसरी बाजार, निमियाघांट, चैनपुर आदि क्षेत्रों में अवस्थित विभिन्न बैंक शाखाओं में शनिवार को खाताधारकों की भीड़ बैंक बंद होने तक लगी रही। बैंकों में आम दिनों की अपेक्षाकृत लोगों की भीड़ अधिक रही। इसका कारण यह भी था कि दो दिसंबर को सीएनटी व एसपीटी एक्ट में सरकार द्वारा किए गए संशोधन के विरोध में आदिवासी संगठनों द्वारा बुलाए गए झारखंड बंद के कारण प्रखण्ड के सभी सरकारी बैंक बंद थे। चार दिसंबर को रविवार होने के कारण बैंक बंद रहेंगे। बात एटीएम व्यवस्था की करें तो बैंक ऑफ इंडिया जामताड़ा शाखा की एटीएम एक सप्ताह से खराब है जिससे आमजनों को सुविधा नहीं मिल पा रही है। इसरी बाजार के बीओआई शाखा के समीप लगे एटीएम एवं एसबीआई शाखा के समीप लगे एटीएम भी समाचार प्रेषण तक बंद थे। इधर स्थानीय लालेश्वर महतो, द्वारिका प्रसाद, शंकर महतो, कैलाश महतो, जगरनाथ ठाकुर, रामानन्द शर्मा, साबिर अंसारी, फूलचंद महतो, महेन्द्र ¨बद, दामोदर दास, बिट्टू महतो आदि ने बैंक अधिकारियों व पुलिस प्रशासन से पूर्व दिनों की भांति बैंक शाखाओं में बुजुर्ग महिला-पुरुषों के लिए अलग-अलग से पंक्ति लगाने की मांग की है ताकि बुजुर्गों को अपनी राशि की निकासी में थोड़ी कम परेशानियों का सामना करना पड़े।